Teachers recommend solving Kerala Syllabus Plus One Hindi Previous Year Question Papers and Answers Pdf March 2020 to improve time management during exams.
Kerala Plus One Hindi Previous Year Question Paper March 2020
Time: 2½ Hours
Total Score: 80 Marks
सूचना: 1 से 5 तक के उत्तर कोष्ठक से चुनकर लिखें । (5 × 1 = 5 )
प्रश्न 1.
डाक्टर से असलम को क्या करने से मना किया था ?
(दौड़ने से, बोझ उठाने से, रिक्शा चलाने से)
उत्तर:
रिक्शा चलाने से
प्रश्न 2.
जवा कुसुम – सी खिलेगी – कौन ?
(शशि किरणें, उषा, वसंत)
उत्तर:
उषा
प्रश्न 3.
कौन ज़मीन खोद रहा था ?
(बूढ़ा आदमी, टिकट बाबू, वृद्ध महिला)
उत्तर:
बूढ़ा आदमी
प्रश्न 4.
‘आनंद की फुलझडियाँ’ किस विधा की है ?
(संपादकीय, निबन्ध, नाट्यरूपांतर)
उत्तर:
निबन्ध
प्रश्न 5.
‘हेमा’ किस कहानी का पात्र है ?
(अनुताप, जुलूस, दुःख)
उत्तर:
दुःख
सूचना: कवितांश पढ़ें और 6 से 8 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
तुम्हें कहना नहीं आता
कहने क्यों चले आए
पहले कहना सीखो
फिर अपनी बात कहना
जिनके पास कहने को है
जो कहना चाहते हैं
जिन्हें कहना नहीं आता
मैं उनमें से एक हूँ ।
प्रश्न 6.
इस कवितांश के रचयिता कौन हैं ? (1)
उत्तर:
पवन करण
प्रश्न 7.
मैं उनमें से एक हूँ – ‘मैं’ किसका प्रतिनिधि है ? (1)
उत्तर:
जिन्हें कहना नहीं आता / शोषित और उपेक्षित जनता
प्रश्न 8.
कवितांश की आस्वादन टिप्पणी लिखें । (6)
उत्तर:
निशब्द जनता
‘कहना नहीं आता’ एक प्रतीकात्मक कविता है । यह आधुनिक काव्य-शैली की कविता है । इसके कवि सुप्रसिद्ध हिंदी कवि पवन करण हैं ।
भारतीय समाज के लगभग 80 प्रतिशत (ശതമാനം) लोग हाशिए पर जीनेवाले हैं। वे शोषित और उपेक्षित हैं। वे अपनी पीड़ा और व्यथा मौन सहती हैं। वे अपनी बात कहना चाहते हैं, लेकिन उसे कहने का अवसर नहीं दिया जाता है। वे अपने संघर्ष कहने की कोशिश (ചരിശ്രമം) करते हैं, तो दुत्कारते हुए (ചീത്ത പറഞ്ഞുകൊണ്ട്) कहा जाता है ‘तुम्हें कहना कहाँ आता है ।’ उनसे यह चेतावनी दी जाती है ‘जाओ पहले कहना सीखकर आओ। तब आ अपनी बात कहना।’ कवि कहते हैं कि कवि भी इन बेचारों में से एक है जो कहना चाहते हैं, लेकिन चुप रहते हैं ।
‘कहना नहीं आता’ भारत के विविधता भरे समाज के एक बड़ा भाग, जो शोषित और उपेक्षित है, उसका प्रतिनिधित्व करती है । कविता की भाषा सरल है, लेकिन प्रतीकात्मकता के कारण सशक्त है। छोटी कविता द्वारा बड़े यथार्थ को कवि ने प्रस्तुत किया है। भाषा प्रवाहमयी एवं साधारण जनता की समझ की है। कविता प्रासंगिक (സന്ദർഭോചിതമായത്) है। शीर्षक अत्यन्त प्रभावमय है ।
प्रश्न 9.
सही मिलान करें । (8 × 1 = 8 )
Programme – कूड़ेदान
Cancel – संसाधन
Input – संचिका
Symbol – रद्द करें
Trash – सामाजिक
Resource – संकेत
Social – प्रक्रम
File – अंतर्पात
उत्तर:
Programme – प्रक्रम
Cancel – रद्द करें
Input – अंतर्पात
Symbol – संकेत
Trash – कूड़ेदान
Resource – संसाधन
Social – सामाजिक
File – संचिका
सूचनाः 10 से 14 तक के प्रश्नों में से किन्हीं 3 के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें । (3 × 2 = 6)
प्रश्न 10.
‘मैंने रोते हुए माँ को बताया कि मुझे भाई ने खड़ब्बल से मारा है’ – ‘अपराध’ कहानी के बड़े भाई को पिताजी ने क्यों मारा ?
उत्तर:
पिताजी का विचार था कि बड़े भाई ने छोटे को, खड़ब्बल से मारा । इसलिए पिताजी बड़े भाई को मारा ।
प्रश्न 11.
पत्थर की बैंच पर कौन – कौन हैं ?
उत्तर:
पत्थर की बैंच पर रोता हुआ बच्चा, थका युवक, रिटायर्ड बूढ़ा और दो प्रेमी है ।
प्रश्न 12.
नया दारोगा कौन है ? वह कैसा आदमी है ?
उत्तर:
नया दारोगा इब्राहिम अली है । वह बड़ा जल्लाद है ।
प्रश्न 13.
महिला यात्री रेलगाड़ी से बाहर क्या फेंक रही थी ?
उत्तर:
महिला यात्री रेलगाड़ी से फल और फूलों की बीज बाहर फेंक रही थी ।
प्रश्न 14.
‘आदमी का स्वप्न जल का बुलबुला है’ – ऐसा क्यों कहा गया है ?
उत्तर:
आदमी स्वप्न देखता है लेकिन वह यथार्थ नहीं होते हैं। केवल कुछ समय केलिए वहं सही लगता है। इसलिए स्वप्न को बुलबुला से तुलना किया है।
सूचना: 15 से 19 तक के प्रश्नों में से किन्हीं 3 के उत्तर चार-पाँच वाक्यों में तैयार करे । (3 × 4 = 12 )
प्रश्न 15.
‘इस एकांत सृजन में कोई,
कुछ बाधा मत डालो’ – कवि क्यों ऐसा कहते हैं?
उत्तर:
वसंतकाल अपनी संपूर्ण भंगिमा के साथ पूरे प्रकृति में छा रहा है। इस एकांत सृजन कार्य में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं होनी चाहिए। वसंतकाल में वसंत और प्रकृति अपनी सुंदरतम चीज़ों को बिना माँगे आपस में समर्पित करते हैं। यही समर्पण सृजन रहस्य होता है । प्रेमिका अपने संपूर्ण रूप – सौंदर्य का सौंदर्य से युक्त होकर प्रेमी के जीवन में छा रही है। प्रेमी प्रेमिका के मिलन और प्रणय-सृजन के अपूर्व एवं रहस्यमयी बेला में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं होनी चाहिए ।
प्रश्न 16.
दोहा पढ़ें और भाव लिखें ।
साई इतना दीजिए, जामे कुटुंब समाय ।
मैं भी भूखा न रहूँ, साधु न भूखा जाय ।।
उत्तर:
कबीरदास यहाँ पूरे जगत को एक यानी वसुधैव कुडुम्बकम, मानकर उसे समाने केलिए ईश्वर से कहते है। हर व्यक्ति वह साधारण हो या संत अपने आवश्यकतों को पूरा कर सकना चाहिए। कबीरदास के विचार में ईश्वर, माने ज्ञान है, अर्थात, ज्ञान के सहायता से ही, पूरे विश्व के देखपाल संभव हैं ।
प्रश्न 17.
जीवन-वृत्त के आधार पर यशपाल के बारे में अनुच्छेद तैयार करे ।
नाम : यशपाल
जन्म : 3 दिसंबर, 1903
जन्मस्थान : फिरोज़पुर (पंजाब)
प्रमुख रचनाएँ : झूठा सच, दिव्या, अमिता
पुरस्कार : पद्मभूषण, साहित्य अकादमी पुरस्कार, देव पुरस्कार
मृत्यु : 26 दिसंबर, 1976
उत्तर:
यशपाल
प्रसिद्ध साहित्यकार यशपालजी का जन्म पंजाब के फिरोज़पुर में 3 दिसंबर, 1903 को हुआ था। आपका प्रमुख रचनायें है – झूठा सच, दिव्या और अमिता । आप पद्मभूषण साहित्य अकादमी पुरस्कार और देव पुरस्कार से सम्मानित हुआ है। आपका मृत्यु 1976 दिसंबर 26 को हुआ था।
प्रश्न 18.
देखो, वह अमराई मेरे दादा ने लगाई थी तो उसके फल मैंने खाए – बूढ़े आदमी ने ऐसा क्यों कहा?
उत्तर:
नौजवान बूढ़ा आदमी से पूछा कि आप इस उम्र में गुठलियाँ बोने से क्या फायदा है ? क्योंकि इन आम का फल आपको खाने के ‘अवसर मिलना आसान नहीं हैं। इस पर दादा का जवाब है कि मैं जो आम खाता हूँ वह मेरे पूर्वजों का देन है और मैं जो अब कर रहै हूँ उसका फल आनेवाली पीढ़ी को मिलेगा। हर व्यक्ति इस प्रकार दूसरों को भी ध्यान में रखकर काम करना चाहिए ।
प्रश्न 19.
‘जुलूस’ नाट्यरूपांतर के इब्राहिम अली के ये कथन पढ़ें ।
• उसी दिन स्वराज्य सूर्य का उदय होगा ।
• हम दूकानें लूटने या मोटरें तोड़ने नहीं निकले हैं।
• हमारा उद्देश्य केवल जनता की सहानुभूति प्राप्त करना है ।
इन कथनों के आधार पर इब्राहिम अली के चरित्र पर टिप्पणी लिखें ।
उत्तर:
इब्राहिम अली जुलूस नाटक का प्रमुख पात्र है। वह स्वराजियों को नेता है । वह अपने विचारों पर दृढ है । दारोगा की धमकी से वह डरते नहीं, उसे स्वतंत्रता संग्राम में पूरा विश्वास है । अहिंसा का व्रत वह अपने जीवन में पालन करता है। एक सच्ची और अच्चा नेता की तरह वह जनता को अपने साथ रहने के लिए काम करता है। इसप्रकार हम देखते हैं कि इब्राहिम अली का चरित्र – देशप्रेम, अहिंसावाद, प्रत्याशा, निडरता, आत्मविश्वास, दृढनिश्चय, ईमानदारी आदि से शोभित है ।
सूचनाः 20 से 24 तक के प्रश्नों में से किन्हीं 3 के उत्तर लिखें। (3 × 6 = 18)
प्रश्न 20.
यात्री का मन संघर्ष से भरा था । यात्री अपना संघर्ष डायरी में लिख रहा है। वह डायरी लिखें। (40 – 60 शब्दों में) –
• असलम की मृत्यु की खबर
• असलम के प्रति अपना व्यवहार
• पश्चाताप से उत्पन्न अनुताप
उत्तर:
2014 मार्च 5, बुधवार
नटराज नगरः
आज मेरे लिए बड़ा मानसिक संघर्ष का दिन है। रिस्शेवाला असलम की मृत्यु की खबर सुनकर मैं व्याकुल हो गया। असलम के प्रति मुझसे हमदर्दी का अभाव हुआ। मेरा दिल पश्चाताप से उत्पन्न अनुताप से भरा है। नटराज टाकीज़ के पास की चढ़ाई पार करते समय मुझे असलम की रिक्शे से उतरना था । मैं नहीं जानता था कि असलम के गुर्दों में खराबी थी । मज़बूत कदकाठी रिक्शेवाले से हमदर्दी से मैंने ज़रूर व्यवहार किया। फिर भी मेरा आत्मसंघर्ष मैं कैसे निकालूँ? असलम के प्रति मेरी श्रद्धांजलि…. हे भगवान! मुझे माफी दें….. भगवान मुझे अच्छी नींद दें ।
प्रश्न 21.
वृद्ध महिला रेलगाड़ी से कुछ चीजें फेंकती जा रही है। तब यहयात्री और वृद्ध महिला के बीच का संभावित वार्तालाप तैयार करें ।
उत्तर:
सहयात्री : यह आप क्या फेंक रही हैं ?
महिला : मैं…….?
सहयात्री : हाँ…. हाँ……
महिला : तुम देखते नहीं?
सहयात्री : इसलिए तो पूछता हूँ ।
महिलां : ये तो बीज हैं ।
सहयात्री : बीज ?
महिला : हाँ… हाँ… फल-फूलों के बीज हैं ।
सहयात्री : इनको खिड़की से क्यों फैंकती हैं ?
महिला : इनमें कुछ जड़ पकड़ लेंगे ।
सहयात्री : तो फिर ?
महिला : तब फायदा होगा ।
सहयात्री : फायदा ? किस प्रकार ?
महिला : फूलेंगे, फलेंगे।
सहयात्री : तब ?
महिला : मनुष्य के लिए उपयोगी होंगे ।
सहयात्री : अरे बापरे! आप तो महान कार्य कर रही हैं ।
महिला : यह लो…. आप भी फेंकिए।.
सहयात्री : हाँ…… हाँ ….. दीजिए ।
प्रश्न 22.
14 नवंबर विश्व मधुमेह (World Diabetic Day) दिवस है। इस अवसर पर आपके स्कूल के स्काउट ग्रुप (Scout group) ने एक मेडिकल शिविर (Medical camp) का आयोजन किया है। इसके लिए एक पोस्टर तैयार करें ।
उत्तर:
प्रश्न 23.
‘आप इसे अपने ही पास रखिए और जब आपके पास कोई ऐसा ही ज़रूरतमंद आए तो उसे यह दे दीजिए’ • बेंजामिन फ्रैंकलीन से मदद माँगनेवाला लड़का अपने मित्र को पत्र लिखता है। वह पत्र तैयार करें।
• बेंजामिन फ्रैंकलीन से मुलाकात
• पैसा माँगना
• बेंजमिन फ्रैंकलीन का वचन
उत्तर:
न्यूयोर्क,
16.10.2002
प्रिय मित्र,
नमस्कार ।
तुम कैसे हो ? घर में सबी ठीक ठाक है न । तुम्हारी पढ़ाई कैसी हो। पढ़ाई के बाद क्या करना है, इसके बारे में कुछ सोचा है क्या? मैं पढ़ाई समाप्त कर पिछले महीने एक अच्छे से कम्पनी में काम करने लगा हूँ । मैं एक विशेष बात बताने के लिए यह खत लिख रहा हूँ। मैंने तुमको कहा था न कि मैं एक बार पढ़ाई केलिए फीस न होने के कारण एक नेक आदमी से बेंजमिन फ्रेंक्लिन से सहायता माँगा था। उसने मुझे बीस डॉलर देकर मेरा सहायता किया था । मैं फीस देकर पढ़ाई समाप्त किया ।
काम मिलने के बाद मैं उससे मिलने गया । शुक्रिया अदा करने के बाद मैंने बीस डॉलर वापस दिया । लेकिन वह बीस डॉलर नहीं लिया बल्कि कहा कि यह तुम तुम्हारे पास ही रखो और कोई ज़रूरतमंद आये तो उसे देना ।
मैं बहुत प्रभावित हुआ। वह इतना महान है कि वह सिर्फ पैसा ही नहीं बल्कि एक नई विचारधारा को मुझे दिया। कल मेरे पास एक व्यक्ति अपने बेटे के पढ़ाई केलिए आया तो मैं वह बीस डॉलर उसे दिया और उसके शुक्रिया के बदले बेंजामिन फ्रांक्लिन का वचन बताया ।
मुझे बेहद खुशी है इस बात को तुमसे कहकर क्योंकि वह बीस डॉलर कई लोगों के आवश्यकताओं को पूरा करके अमेरिका में घूमेंगे ज़रूर । मैं खत समाप्त करता हूँ और एक बात ओर तुमको भी इस प्रकार के नई विचार आये तो मुझको बताना ।
आपका मित्र,
चारली
प्रश्न 24.
अंग्रेज़ी संवाद का हिंदी में अनुवाद करें।
Radha : Hi Geetha, why are you lookng so sad ?
Geetha : I am worried about my exam
Radha : What about your preparation for the exam ?
Geetha : I am weak in English
Radha : Don’t worry, you have to spend more time for English.
Geetha : Thank you.
(Preparation तैयारी, easy- सरल, weak कमज़ोर, worried चिंतित)
उत्तर:
राधा : अरे गीता, तुम इतना उदास क्यों हो ?
गीता : मैं परीक्षा के बारे में चिंतित हूँ ।
राधा : तुम्हारी परीक्षा की तैयारी किस प्रकार चल रही है ?
गीता : मैं अंग्रेज़ी में कमज़ोर हूँ ।
राधा : चिंता मत करो। तुम अंग्रेज़ी सीखने केलिए ज्यादा समय उपयुक्त करो ।
गीता : धन्यवाद ।
सूचना: गद्यांश पढ़ें और प्रश्न संख्या 25, 26 के उत्तर लिखें ।
एक बार मैं बैंक में अपना हिसाब खोलने के लिए गया। क्लर्क मुझसे सवाल पूछता जाता था और पास बुक में दर्ज करता जाता था। मैंने देखा, उसके अक्षर दरअसल बहुत अच्छे हैं। मैंने फौरन कहा, “ज़रा पास बुक दिखाइए तो, आपकी लिपि बहुत सुंदर दिखती है।” और उसे नज़दीक से देखकर मैंने कुछ मन ही मन और ज़ोर से कहा, “ब्यूटीफुल” ! उस क्लर्क का चेहरा प्रसन्नता से खिल उठा। बैंक के रूखे आँकड़ों से माथापच्ची करते-करते उसका तमाम दिन बीतता है। कौम के उन नीरस घंटों में उसे आनंद का अनुभव नहीं हुआ था ।
प्रश्न 25.
लेखक बैंक में किसके लिए गया ? (1)
उत्तर:
लेखक अपना हिसाब खोलने केलिए बैंक गया ।
प्रश्न 26.
खंड का संक्षेपण करें और शीर्षक दें । (6)
उत्तर:
आनंद
लेखक बैंक के क्लर्क के सुंदर अक्षर देखकर प्रशंसा किया। रूखे आँकड़ों से माथापच्ची करनेवाले उस क्लार्क को आनंद का अनुभव हुआ ।
सूचना: 27 से 30 तक के प्रश्नों में से किन्हीं 2 के उत्तर लिखें । (2 × 8 = 16)
प्रश्न 27.
किसी मनपसंद फिल्म की समीक्षा करें।
• फिल्म का कथासार
• निदेशक की भूमिका
• पटकथा, पात्र, छायांकन आदि
• फिल्म के प्रति अपना दृष्टिकोण
उत्तर:
तारे ज़मीन पर
बच्चे ओस की बूँदों की तरह एकदम शुद्ध और पवित्र होते हैं। वे कल के नागरिक हैं, लेकिन दुःख की बात है कि बच्चों को अनुशासन के नाम पर तमाम बंदिशों में रहना पड़ता है । आठ वर्षीय ईशान अवस्थी (दर्शील सफ़ारी) का मन पढ़ाई के बजाय कुत्तों, मछलियों और पेटिंग में लगता है। उसके माता-पिता चाहते हैं कि वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलता। ईशान घर पर माता — -पिता की डाँट खाता है और स्कूल में शिक्षकों की । कोई भी यह जानने की कोशिश नहीं करता कि ईशान पढ़ाई पर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है। इसके बजाय वे ईशान को बोर्डिंग स्कूल भेज देते हैं।
खिलखिलाता ईशान वहाँ जाकर मुरझा जाता है। वह हमेशा सहमा और उदास रहने लगता है। उस पर निगाह जाती है आर्ट टीचर रामशंकर निकुंभ ( आमिर ख़ान ) की । निकुंभ उसकी उदासी का पता लगाते हैं और उन्हें पता चलता है कि ईशान बहुत प्रतिभाशाली, लेकिन डिसलेक्सिया की बीमारी से पीड़ित है। उसे अक्षरों को पढ़ने में तकलीफ़ होती है। अपने प्यार और दुलार से निकुंभ ईशान के अंदर छिपी प्रतिभा को सबके सामने लाते हैं।
कहानी सरल है, जिसे आमिर ख़ान ने बेहद प्रतिभाशाली तरीके से परदे पर उतारा है। पटकथा की बुनावट एकदम चुस्त है। छोटे-छोटे भावनात्मक दृश्य रखे गए हैं, जो सीधे दिल को छू जाते हैं । ईशान का स्कूल से भागकर सड़कों पर घूमना, ताज़ा हवा में साँस लेना, बिल्डिंग के कलर होते देखना, फ़ुटपाथ पर रहनेवाले बच्चों को आज़ादी से खेलते देखकर उदास होना, बरफ़ का लड्डू खाना जैसे दृश्यों को देख कई लोगों को बचपन की याद ताज़ा हो जाएगी। सभी बच्चों का दिमाग और सीखने की क्षमता एक-सी- नहीं होती । फ़िल्म देखते समय हर दर्शक इस बात को महसूस करता है ।
ईशान की भूमिका में दर्शील सफ़ारी इस फ़िल्प की जान है । अमीर ख़ान मध्यांतर में आते हैं और छा जाते हैं। टिस्का चोपड़ा (ईशान की मम्मी) ने एक में की बेचैनी को उम्दा तरीके से पेश किया है। विपिन शर्मा (ईशान के पापा), सचेत इंजीनियर और सारे अध्यापकों का अभिमय भी अच्छा है। प्रसून जोशी द्वारा लिखे गीत बहुत कुछ कहते हैं और परदे पर उनको देखते समय उनका प्रभाव और बढ़ जाता है । शंकर-अहसान- लाय का संगीत भी अच्छा है। फ़िलम की फोटोग्राफी बहुत ही प्रभावशाली हैं ।
प्रश्न 28.
ये सुर्खियाँ पढ़ें।
नारी उत्पीड़न – देश आज भी मुक्त नहीं ।
नारी उत्पीड़न – कानूनी दंड अपर्याप्त
नारी उत्पीड़न रोकने के लिए सरकार कटिबद्ध
कुमारी जयंती, जयंती निवास, आलप्पुषा की ओर से नारी उत्पीड़न रोकने की दिशा में सरकार द्वारा की. गई कार्रवाइयों की सूचना पाने के लिए सार्वजनिक सूचना अधिकारी, गृह विभाग, केरल सरकार के नाम सूचना अधिकार पत्र तैयार करती है । वह पत्र तैयार करें ।
उत्तर:
सेवा में,
सार्वजनिक सूचन अधिकारी,
गृह विभाग,
केरल सरकार,
आवेदक का नाम : कुमारी जयंती
पता : जयंती निवास
आलप्पुषा
सूचना का विषय : नारी उत्पीड़न रोकने की दिशा में सरकार द्वारा की गई कार्रवाइयों से संबंधित |
माँगी गई सूचना
का विवरण :
- केरल में नारी उत्पीडन से जुडी कितने केस इस साल में दर्ज किया है ?
- किस जिल्ले में इस प्रकार के केस सबसे ज्यादा है ?
- नारी उत्पीडन को रोकने केलिए सरकार द्वारा की गई प्रमुख कार्रवाइयाँ क्या क्या है ?
- नारी शाक्तीकरण के लिए कौन कौन सी योजनायें सरकार द्वारा शुरू किया है ?
- कितने गैर-सरकार संस्थायें सरकार को इस मामले में सहायता करते हैं ?
- नारी उत्पीडन मुकदमों में कितने लोगों को इस दंड मिला है ?
सूचना डाक या
दस्ती में : डाक द्वारा
आवेदक,
हस्ताक्षर,
कुमारी ज्योति
आलप्पुषा
10.07.2019
प्रश्न 29.
‘छात्रों पर कंप्यूटर का प्रभाव’ विषय पर स्कूल में एक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। इसमें प्रस्तुत करने के लिए एक आलेख तैयार करें। (80 – 100 शब्दों में)
• आधुनिक वैज्ञानिक युग
• कंप्यूटर का सदुपयोग
• ज्ञान का भंडार
• कंप्यूटर का दुरुपयोग
उत्तर:
छात्रों पर कम्प्यूटर का प्रभाव
पूज्य अध्यापक और मेरे प्रिय मित्रो,
नमस्कार,
आज मैं छात्रों पर कम्प्यूटर का प्रभाव विषय में एक छोटा आलेख आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ। ध्यान से सुनिए और मत प्रकट कीजिए ।
हम आज आधुनिक वैज्ञानिक युग में जीवन बिता रहे हैं । इतिहास से हमें पता चलता है कि मानव के सबसे बड़ी विशेषता उसकी विशेष बुद्धी ही है। इसी के कारण मानव जीवन में प्रगति संभव हुआ है । हमारे पूर्वजों के आविष्कारों और अनुभवों के कारण हम आज यहाँ तक पहुँच गया है, अन्य जीवों के जीवन में ज़्यादा परिवर्तन न होने पर भी हम मानव ऐसा नहीं है। इस परिवर्तन का आज तक के कुल फल है आधुनिक वैज्ञानिक युग ।
इस युग का सबसे प्रभावी आविष्कार है कम्प्यूटर । इसका उपयोग इतना अधिक हो गया है कि खेती से लेकर व्यापार, व्यवसाय, यातायात, प्रसार, कारखाने, अस्पताल, विध्यालय या लगभग सभी क्षेत्रों में कम्प्यूटर अनिवार्य बन गया है। आज समय और दूरी को कम करना हमारा जीवन लक्ष्य है तो वहाँ कम्प्यूटर सहायक बनता है। खेती के क्षेत्र में भी नई नई बीज से लेकर, फसल के संरक्षण तक कम्प्यूटर के सहायता से होते हैं। माध्यमों के उपयोग भी आज कम्प्यूटर के सहायता से बढ गया है, यानि हम सभी क्षेत्रों में कम्प्यूटर की सदुपयोग कर सकते हैं।
आज ज्ञान का, भंड़ार है कम्प्यूटर, वह किसी भी क्षेत्र के बारे में, जीवों के बारे में, जगहों के बारे में, संस्कृतियों के बारे में, इतिहास, तकनीक, जिकित्सा, शास्त्र आदि विभिन्न विधाओं को अपने अंदर समेट लिया है। इसलिए अब एक गुरु का स्थान देने को भी लोग तैयार होते हैं। हर सिक्के के दो पहलु होते हैं । यहाँ भी बात अलग नहीं है। इतना सदुपयोग हेनेवाला इसका दुरुपयोग भी हो रहा है। विशेषकर युवा पीढ़ी में – इसको ठीक तरह से इस्तेमाल नहीं तो यह इतना खतरनाक बन जायेगा कि सर्वनाश हो जायेगा। सभी क्षेत्रों में सही के बजाय गलत कामों केलिए यह प्रयुक्त कर सकते हैं। जानकारी अच्छा नहीं हो तो नतीजा भी बुरा होगा । छात्र, इसके जाल में आसानी से फँस जाते हैं। इसलिए हमें सतर्कता से काम करना चाहिए । मन में पूरा विश्वास होना चाहिए कि इसका सदुपयोग ही हो । माता पिता को छोत्रों को इस सिलसिले में सहायता करना है । आवश्यक तौर पर निरीक्षण भी होना चाहिए । ठीक तरह से उपयोग करने पर किसी भी आविष्कार समाज के हित केलिए उपयुक्त कर सकते हैं। कम्प्यूटर भी इसके अलग नहीं है । इसलिए हमें प्रतीज्ञा लेना है कि इसका सदुपयोग ही हो ।
इतना कहकर मैं आलेख समाप्त करता हूँ। इसमें कुछ जोड़ना है तो कर सकता है। कोई त्रुटी हो तो सुधार भी हो। सब लोगों को धन्यवाद ।
जयहिंद
प्रश्न 30.
हमारे शहर में जानवरों का एक मल्टी स्पेशिऐलिटि अस्पताल (Multi speciality hospital) शुरू होता है। उसकेलिए एक उचित विज्ञापन लिखें।
• 24 घंटे जानवरों की सुरक्षा
• बीमार या घायल जानवर का शेल्टर होम
• एम.आर.आई., सी.टी. स्कैन आदि की सुविधा
उत्तर: