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Kerala Syllabus Class 10 Hindi Question Paper March 2024 with Answers
Time: 1½ Hours
Total Score: 40 Marks
सामान्य निर्देश :
- पहला पंद्रह मिर्मिट कूल ऑफ़ टाइम है। इस समय प्रश्नों का वाचन करें और उत्तर लिखने की तैयारी करें।
- वैकल्पिक प्रश्नों में से किसी एक का उत्तर लिखें ।
सूचना : ‘बीरबहूटी’ कहानी का यह अंश पढ़ें, प्रश्न 1 और 2 के उत्तर लिखें।
“मुझे अगले साल अजमेर भेज देंगे। वहाँ एक हॉस्टल है, घर से दूर वहाँ अकेला रहूँगा।” “क्यों साहिल? “पता नहीं क्यों” “तो यानी कि अब तुम फुलेरा में ही नहीं रहोगे?” “नहीं । तुम्हारा रिपोर्ट कार्ड दिखाना ।” साहिल बेला का रिपोर्ट कार्ड देख रहा था और बेला साहिल का |
प्रश्न 1.
साहिल पाँचवीं के बाद कहाँ पढ़ने जाएगा? (1)
(क) अजमेर में
(ख) फुलेरा में
(ग) जयपुर
(घ) दिल्ली में
उत्तर:
(क) अजमेर में
प्रश्न 2.
कहानी के इस प्रसंग के आधार पर पटकथा का एक दृश्य लिखें।. (4)
उत्तर:
पटकथा (पाँचवी कक्षा के रिज़ल्ट आने पर )
स्थान : स्कूल का मैदान
समय : सुबह 11 बजे
पात्र : बेला और साहिल
आयू : ग्यारह साल
वेषभूषा : बैला – फ्रौक पहनी है। साहिल – कुर्ता और पतलून पहना है।
दृश्य का : दोनों पाँचवीं कक्षा के रिज़ल्ट जानने विवरण के बाद दुख के साथ मैदान के एक पेड़ के नीचे खड़े हैं ।
संवाद
बेला : अरे साहिल, छठी कक्षा में तुम कहाँ पढ़ोगे ?
साहिल : अजमेर में और तुम कहाँ पढ़ोगी बेला?
बेला : राजकीय कन्या पाठशाला में । अब तुम वहाँ नहीं रहोगे?
साहिल : नहीं। तुम्हारा रिपोर्ट कार्ड ज़रा दिखाना ।
बेला : ठीक है, तुम्हारा भी दिखाना । (दोनों रिपोर्ट कार्ड एक दूसरे को दिखाते हैं ।)
साहिल : अरे तू रोती क्यों ?
बेला : (हँसते हुए) कुछ नहीं । साहिल अरे तू भी रोता है न ?
साहिल : नहीं तो? अरे वर्ष की संभावना है । हम घर चलें ।
बेला : ठीक है, फिर मिलेंगे ।
साहिल : ठीक है बेला, बाई ।
(दोनों अलग-अलग दिशाओं से अपने घर चले जाते हैं।)
सूचना: ‘सबसे बड़ा शो मैन’ जीवनी का यह अंश पढ़ें और 3 से 5 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
कई लोगों ने माँ से हाथ मिलाकर उसके छोटे बच्चे की तारीफ़ की । चार्ली स्टेज पर पहली बार आया और माँ आखिरी बार …….. दुनिया के
सबसे बड़े शो मैन का यह पहला शो था। उसने जन्म ले लिया था ।
प्रश्न 3.
सही प्रस्ताव चुनकर लिखें । (1)
(क) पिंता की आवाज़ फट जाने से चार्ली को स्टेज पर गाना पड़ा।
(ख) माँ की आवाज़ फट जाने से चार्ली को स्टेज पर गाना पड़ा।
(ग) दोस्तों के कहने से चार्ली को स्टेज पर गाना पड़ा।
(घ) आर्केस्ट्रावालों के कहने से चार्ली को स्टेज पर गाना पड़ा।
उत्तर:
(ख) माँ की आवाज़ फट जाने से चार्ली को स्टेज पर गाना पड़ा।
प्रश्न 4.
लोगों ने छोटे बच्चे चार्ली की प्रशंसा क्यों की? (2)
उत्तर:
चार्ली ने अपनी निष्कलंकता से गीत गाकर, बातचीत करके, नृत्य करके और गायकों की नकल उतारकर सबको खुश किया। उसकी प्रस्तुति और मासूमियत से प्रभावित होकर लोगों ने उसकी प्रशंसा की। लोगों ने उसमें एक महान कलाकार को देख लिया था ।
प्रश्न 5.
चार्ली के पहले शो का जिक्र करते हुए रपट तैयार करें। (4)
अथवा
चार्ली स्टेज पर पहली बार आया और माँ आखिरी बार….। उस दिन माँ डायरी लिखती है। यह डायरी कल्पना करके लिखें ।
उत्तर:
रपट (चार्ली का पहला शो )
माँ की आवाज़ फटी: बेटा बना शो मैन
स्थान:- लंदन के प्रसिद्ध थिएटर में पहली बार कदम रखा पाँच साल का बच्चा चार्ली ने स्टेज पर चमत्कार कर दिया । गाते समय अपनी माँ की आवाज़ को फटसे देखकर मैनेजर के साथ वह स्टेज पर लाया गया। चार्ली मासूमियत से गा रहा था कि लोगो खुश होकर स्टेज पर पैसा फेंकने लगे। तब उसने गाना बंद करके पैसे बटोरने के बाद आगे गाने की घोषणा की। इस बात ने हॉल को हँसीगर में बदल दिया । इसके बाद उसने दर्शकों से बातचीत की, नृत्य किया और अपनी माँ सहित संई गायकों की नकल उतारी। दर्शकों ने खुशी से तालियाँ बजाकर चार्ली का अभिनंदन किया। लोगों ने उसमें एक महान कलाकार को देख लिया था ।
अथवा
माँ की डायरी (अपनी हालत और बेटे का पहला शो )
तारीखः
दिनः
समयः
आज का दिन मैं केसे भूलूँ ? दुख और खुशी भरा दिन । मेरा लाड़ला चार्ली आज शो मैन बन गया । उसका पहला शो हमेशा बादों में रहेगा। लगता हैं मैं आगे गा नहीं पाऊँगी । गले में खराबी है । गाते समय मेरी आवाज़ को फटते देखकर मैनेजर के साथ वह स्टेज पर लाया गया। मैं बहुत डर गयी थी। लेकिन बेटा चार्ली ने अपनी निष्कलंकता से गीत गाकर, बातचीत करके, नृत्य करके और गायकों की नकल उतारकर सबको खुश कराने लगा। खूब पैसा भी मिला। शैतान, मेरी फटी आवाज़ का भी नकल उतार दी। हे भगवान । आगे भी मेरा लाड़ला शो में कमाल करे।
सूचना: ‘अकाल और उसके बाद’ कविता की ये पंक्तियाँ पढ़ें, प्रश्न 6 और 7 के उत्तर लिखें।
कई दिनों तक चूल्हा रोया, चक्की रही उदास
कई दिनों तक कानी कुतिया सोई उनके पास कई दिनों
तक लगी भीत पर छिपकलियों की गश्त कई दिनों
तक चूहों की हालत रही शिकस्त ।
प्रश्न 6.
चूल्हा और चक्की के पास कौन सोई ? (1)
उत्तर:
कानी कुतिया
प्रश्न 7.
कवि और कविता का परिचय देते हुए कवितांश का आशय लिखें। (4)
उत्तर:
कवितांश की आशय
प्रस्तुत पंक्तियाँ हिन्दी के प्रमुख कवि नागार्जुन की छोटी कविता अकाल और उसके बाद से ली गई हैं। इसमें कवि ने उनके बिंबों और प्रतीकों से सजाकर अकाल की भीषणता का वर्णन किया है।
अकाल के कारण कई दिनों तक घर में दाना नहीं था। खाना पकाने कोई न जलाने से चूल्हा रो रहा था। और दाना पीसने कोई उपयोग न करने से चक्की उदास पड़ी थी। चूल्हा और चक्की के पास घर की कानी कुतिया अनाज आने की प्रतीक्षा में सो रही थी । भूख से तडपती छिपकलियाँ भी कीड़ों की तलाश में घर की दीवारों पर घूम रही थी।
अकाल में चूहों की हालत भी अनाज के बिना बहुत बुरी थी। कवितांश के ज़रिए कवि यह बताते है कि घर में ग्रस्त अकाल का परिणाम वहाँ के मुष्यों पर ही नहीं सारे जीव-जंतुओं पर भी पड़ रहा है। कवितांश की हर पंक्तियों में कई दिनों तक का प्रयोग अकाल की तीक्षणता को दिखाने के लिए बार बार किया है। कविता में कवि ने अकाल की भीषणता को चित्रित करने में सफल हुए हैं। यह कवितांश बिलकुल प्रासंगिक और अच्छी है । कवितांश में सरल भाषा का प्रयोग किया है।
सूचना: ‘आई एम कलाम के बहाने’ फिल्मी लेख का यह अंश पढ़ें और 8 से 10 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
ढाणी पर काम करने वाले और बच्चों की तरह उसे भी सब छोटू कहकर बुलाते हैं। उसकी माँ जैसलमेर के किसी सुदूर देहात से आकर उसे भाटी सा की चाय की थड़ी पर काम करने के लिए छोड़ जाती है।
प्रश्न 8.
सही विकल्प चुनकर लिखें। (1)
(क) वे + की = उसकी
(ख) वह + की = उसकी
(ग) यह + की = उसकी
(घ) ये + की = उसकी
उत्तर:
(ख) वह + की = उसकी
प्रश्न 9.
‘गाँव’ के अर्थ में प्रयुक्त शब्द कौन-सा है ? (1)
(क) काम
(ख) छोटू
(ग) देहात
(घ) थड़ी
उत्तर:
(ग) देहात
प्रश्न 10.
सही मिलान करें । (4)
छोटू ने स्वयं ही | कलाम की कलाकारी की प्रशंसा की |
रणविजय ने भाषण में | कलाम की दिल्ली ले जाने का वादा किया। |
दुकानवाले भाटी सा ने | अपना नाम कलाम रख लिया। |
विदेशी टूरिस्ट लूसी भैडम ने | प्रथम पुरस्कार पाया। |
उत्तर:
छोटू ने स्वयं ही | अपना नाम कलाम रख लिया। |
रणविजय ने भाषण में | प्रथम पुरस्कार पाया। |
दुकानवाले भाटी सा ने | कलाम की कलाकारी की प्रशंसा की |
विदेशी टूरिस्ट लूसी भैडम ने | कलाम की दिल्ली ले जाने का वादा किया। |
सूचना: ‘गुठली तो पराई है’ कहानी का यह अंश पढ़ें और 11 से 13 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
माँ को बुआ का साथ देता देख गुठली गुस्से के साथ उदास भी हो गई और सीढियों पर बैठ गई। सोचती रही क्या यह घर उसका नहीं ? क्या उसके आम की कैरियाँ वह कभी नहीं खा पाएगी ?
प्रश्न 11.
माँ को बुआ का साथ देता देखकर कौन दुखी हो गई ? (1)
(क) दीदी
(ख) छोटी बहन
(ग) गुठली
(घ) ताईजी
उत्तर:
(ग) गुठली
प्रश्न 12.
सही वाक्य चुनकर लिखें। (2)
(क) गुठली सोचने लगा।
(ख) गुठली सोचनी लगी।
(ग) गुठली सोचनी लगा।
(घ) गुछली सोचने लगी।
उत्तर:
(ख) गुठली सोचनी लगी।
प्रश्न 13.
अक्तूबर 11 ‘अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ हैं। इस अवसर पर ‘हर लड़की आगे बढ़े’ का संदेश देते हुए पोस्टर तैयार करें।
अथवा
अपने घर में पराई का अनुभव होने से गुठली परेशान है। घर के अनुभव बताते हुए वह सहेली के नाम पत्र लिखती है। गुठली का पत्र लिखें ।
उत्तर:
अथवा
गुठली का पत्र (बुआ की नसीहतें )
स्थानः
तारीख:
प्रिय सहेली,
तुम कैसी हो ? कुशल है न? मैं यहाँ ठीक हूँ । एक खास बात बताने के लिए मैं यह पत्र भेज रहा हूँ । अपने घर के लोग मुझे पराई घर की चीज़ मानते हैं बुआ, माँ सब यही बीज-बीच में कहती रहती है।
ससुराल ही लड़कियों का अपना घर है । घर में स्वतंत्रता से कुछ करने, चलने या बातचीत करने का भी हक लड़कियों को नहीं। क्या यह सही है ? क्या हमें अपने भाइयों की तरह अपने घर में रहने का अधिकार नहीं ? हम लड़कियों से घर में इतना भेदभाव क्यों? मेरी समझ में नहीं आती। क्या लड़की होना कोई बुरी बात है ? क्या लड़कियों के लिए हमारे संविधान में अलग नियम हैं? मैं इससे बहुत दुखी हूँ। आगे मैं ऐसी व्यवहार सह नहीं सकती। लड़की- लड़के से कभी कम नहीं है। इस रूढि के विरुद्ध मैं ज़रूर आवाज़ उठाऊँगी। क्या तुम भी मेरे साथ होगी ?
वहाँ तुम्हारी पढ़ाई कैसे हो रही हैं ? परिवारवालों से मेरा प्रणाम कहना। जवाब पत्र की प्रतीक्षा में ।
सेवा में तुम्हारी सहेली,
नाम (हस्ताक्षर )
पता। नाम
सूचनाः’ बसंत मेरे गाँव का’ लेख का यह अंश पढ़ें, और 14 से 16 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
उत्तराखंड के हिमालयी अंचल में फूदेई से बड़ा बच्चों का कोई दूसरा त्यौहार नहीं है। उधर बच्चे फूलदेई के जश्न में शामिल होते हैं और इधर बड़े ढोल-ढमाऊ की थाप पर चैती गीत गाते हैं ।
प्रश्न 14.
उत्तराखंड के हिमालयी अंचल में बच्चों का सबसे बड़ा त्यौहार कौन-सा है ? (1)
उत्तर:
फूलदेई
प्रश्न 15.
विशेषण शब्द चुनकर लिखें। (1)
(क) ढोल
(ख) जश्न
(ग) दूसरा
(घ) बच्चे
उत्तर:
(ग) दूसरा
प्रश्न 16.
वाक्य पिरामिड की पूत्रि करें । (2)
(बसंत में, चैती)
उत्तर:
सूचना:’ ठाकुर का कुआँ’ कहानी का यह अंश पढ़ें और 17 और 19 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें।
जोखू ने लोटा मुँह से लगाया तो पानी में सक्त बदबू आई। गंगी से बोला- यह कैसा पानी है ? मारे बास के पिया नहीं जाता। गला सूखा जा रहा है और तू सड़ा पानी पिलाए देती है ।
प्रश्न 17.
‘गली सूखा जा रहा है’ का मतलब क्या है ? (1)
(क) बहुत भूख लग रही है।
(ख) बहुत प्यास लगी रही है।
(ग) बहुत पीड़ा लग रही है।
(घ) बहुत सर्दी लग रही है।
उत्तर:
(ख) बहुत प्यास लगी रही है।
प्रश्न 18.
पानी के सड़ने के क्या-क्या कारण हो सकते हैं? (2)
उत्तर:
कुए में किसी जानवर की लाश पड़कर जल सड़ गया होगा। कोई पेड़-पौधे के पत्ते गिरकर पानी सड़ गया होगा।
प्रश्न 19.
कहानी के इस प्रसंग में जोखू और गंगी के बीच की संभावित बातचीत लिखें । ? (4)
अथवा
संकेतों की सहायता से गंगी की चरित्र पर टिप्पणी लिखें।
♦ आत्मविश्वासी
♦ स्नेहशील
♦ जाति-प्रथा का विरोध करनेवाली
♦ साहसी
उत्तर:
बातचीत – जोखू और गंगी के बीच
जोखू : बहुत प्यास लग रही है। थोडा पानी लाओ ।
गंगी : अभी लाती हूँ।
जोखू : इस पानी में सख्त बदबू है न ।
गंगी : बदबू …. । (संदेह से) वह कैसे…… ज़रा देखूँ…….
जोखू : (थोडी देर बाद) प्यास सह नहीं पाता। ला, थोडा पानी, नाक बंद करके पी लूँ।
गंगी : नहीं बीमारी बढ़ जाएगी । मैं कहीं से दूसरा पानी लाकर देती हूँ।
जोखू : दूसरा पानी ! कहाँ से लाएगी?
गंगी : ठाकुर और साहू के दो कुएँ तो हैं, क्या एक लोटा पानी न भरने देंगे?
जोखू : हाथ पाँव तुडवा आएगी। बैठ चुपके से ।
गंगी : आप चिंता मत कीजिए। मुझे पता है क्या करना है।
जोखू : ठीक है। जल्दी वापस आना।
अथवा
टिप्पणी
प्रेमचंद की कहानी ‘ठाकुर का कुआँ’ का मुख्य पात्र’ गंगी। गंगी एक गरीब और अनपढ़ औरत है। लोग उसे अछूत मानते है। वह जोखू की पत्नी हैं। वह अपने बहुत प्यार करती पति के स्वास्थ्य की चिंता रखनेवाली गृहिणी है। असल में गंगी कई सामाजिक असमानताओं की शिकार हैं। उसका विद्रोही दिल पुरानी रीति रिवाजों और मज़बूरियों पर चोट करता था। लेकिन मन का रोष मन में ही सीमित रहता है। वह बहुत साहसी औरत है । वह हिम्मद के साथ रात को बीमार पति के लिए साफ पानी लाने ठाकुर के कुएँ पर जाती हैं। वह एक समझदार औरत है। उसे ठाकुर के छल-कपट मालूम है। इस प्रकार इसके चरित्र द्वारा प्रेमचंद ने सामाजिक कुरीतियों का विरोध करनेवाली एक सशक्त स्त्री पात्र का सृजन किया हैं।