Teachers recommend solving Kerala Syllabus Plus One Hindi Previous Year Question Papers and Answers Pdf Board Model Paper 2023 to improve time management during exams.
Kerala Plus One Hindi Board Model Paper 2023 with Answers
Time: 2½ Hours
Total Score: 80 Marks
सूचनाः 1 से 5 तक के प्रश्नों के उत्तर कोष्ठक से चुनकर लिखे । (5 × 1 = 5)
प्रश्न 1.
असलम कौन है ?
(दूधवाला, रिक्शावाला, मिठाईवाला)
उत्तर:
रिक्शावाला
प्रश्न 2.
‘कहना नहीं आता’ किसकी रचना है ?
(पवन करण, जयशंकर प्रसाद, चंद्रकांत देवताले)
उत्तर:
पवन करण
प्रश्न 3.
दिलीप किस कहानी का पात्र है ?
(अनुताप, जुलूस, दुःख)
उत्तर:
दुःख
प्रश्न 4.
‘चाँद और कवि’ किस विधा की रचना है ?
(नाटक, कविता, आत्मकथा)
उत्तर:
कविता
प्रश्न 5.
नया दारोगा कौन है ?
(मैक, दीनदयाल, बीरबलसिंह)
उत्तर:
बीरबल सिंह
सूचना: कवितांश पढ़ें और 6 से 8 तक के प्रश्नों के उत्तर लिखें ।
जबा कुसुम – सी उषा खिलेगी
मेरी लघुप्राची में,
हँसी भरे उस अरुण अधर का
राग रँगेगा दिन को ।
अंधकार का जलधि लाँधकर
आवेंगी शशि – किरनें
अंतरीक्ष छिड़केगा कन – कन
निशी में मधुर तुहिन को
प्रश्न 6.
जबा कुसुम-सी खिलेगी – कौन ? (1)
(रात, उषा, भूमि)
उत्तर:
उषा
प्रश्न 7.
शशि किरनें कैसे आएँगी ? (2)
उत्तर:
शशि किरनें अंधकार का जलधि लाँघकर अवेगी ।
प्रश्न 8.
कवितांश की आस्वादन – टिप्पणी लिखें। (6)
उत्तर:
ये पंक्तियाँ मधुऋतु कविता से है, यह एक सुंदर छायावादी कविता है । कवि जयशंकर प्रसाद है ।
यहाँ वसंदकाल आने पर प्रकृति में होनेवाला परिवर्तन को दिखाया हैं। वसंद आने पर जवा कुसुम सी उषा खिलेगा, दिन को दुखी भरे उस अरुण अधर का राग रंगगेगा शशि किरनें अंधकार का जलधि लाँधकर अवेगी, रात में अंतरिक्ष मधुर तुहीन को छिडकेगा । छायावादी काल के सभी विशेषताएँ प्रेम, प्रकृति, वर्णन, सौन्दर्य मानवीकरण – आदी यहाँ देख सकते हैं। हमारे जीवन में भी कभी कभी वसंद आता है। हम तहे दिल से उसकी स्वीकार करती है ।
सूचनाः 9 से 11 तक के प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लिखें । (2 × 2 = 4)
प्रश्न 9.
उसे शाक-सा लगा। किसको ? कब ?
उत्तर:
बाबूजी को असलम के मृत्यु के खबर जानकर ।
प्रश्न 10.
पत्थर की बैंच पर कौन-कौन बैठे हैं ?
उत्तर:
बच्चा, चुवक, बूढ़ा, प्रेमी-प्रेमिका आदि बैठे हैं ।
प्रश्न 11.
‘रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद,
आदमी भी क्या अनोखा जीव होता है ।’ –
चाँद ने आदमी के बारे में क्या कहा ?
उत्तर:
चाँद आदमी को अनोखा जीव कहता है ।
सूचना: 12 से 15 तक के प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखें। (3 × 4 = 12)
प्रश्न 12.
दोहा पढ़ें और आशय लिखें ।
साई इतना दीजिए, जामें कुटुंब समाय ।
मैं भी भूखा न रहूँ, साधु न भूखा जाय ।।
उत्तर:
कबीरदास ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि हे ईश्वर ! आप हमें इतना धन दीजिए कि जिससे अपने कुटुंब को हम संरक्षण कर सकें। कबीरदास यह प्रार्थना भी करते हैं कि हे भगवान! आपका आशीर्वाद हो कि साधु लोग भी भूखा न रह जायें और मैं भी भूखा न रहूँ। दूसरों की कष्टताओं पर ध्यान रखने के बारे में ‘कवि यहाँ बताते हैं । धनार्जन के पीछे दौड़नेवालों की आलोचना कवि यहाँ पर करते हैं ।
प्रश्न 13.
जीवन-वृत्त पढ़ें और जयशंकर प्रसाद के बारे में एक अनुच्छेद लिखें ।
जीवन-वृत्त
नाम : जयशंकर प्रसाद
जन्म : 30 जनवरी 1889
जन्मस्थान : वारणासी, उत्तर प्रदेश
प्रमुख रचनाएँ : कामायानी, चंद्रगुप्त, तितली
विशेषताएँ : छायावादी कवियों में अग्रणी
मृत्यु : 14 जनवरी 1937
उत्तर:
जयशंकर प्रसाद
छायावादी कवियों में अग्रणी श्री जयशंकर प्रसाद का जन्म और उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 1889 जनवरी 30 का हुआ कामायनी चन्द्रगुप्त तितली आदी आपके प्रमुख रचनाएँ है। जयशंकर प्रसाद की मृत्यु 1937 जनवरी 14 को हुआ ।
प्रश्न 14.
ये कथन पढ़ें और इब्राहिम अली के चरित्र पर टिप्पणी लिखें ।
हम दूकानें लूटने या मोटरें तोड़ने नहीं निकले हैं। जिस दिन हम लक्ष्य पर पहुँच जाएँगे उसी दिन स्वराज्य सूर्य का उदय होगा ।
उत्तर:
‘जुलूस’ नाट्यरूपांतर का मुख्य कथापात्र है इब्राहिम अली। यह नाट्यरूपांतर की रचना चित्रा मुद्गल ने की है। इसका मूलरूप प्रेमचंद की ‘जुलूस’ कहानी है ।
नाटक में इब्राहिम अली स्वतंत्रता सेनानियों का नेता है। इब्राहिम अली के नेतृत्व में स्वराजियों का जुलूस जा रहा है। महात्माजी के अहिंसावाद का अनुयायी
इब्राहिम अली | बड़ी ईमानदारी से इब्राहिम अली अहिंसा का पालन करता है। इसलिए दारोगा बीरबल सिंह से अलीजी कहते है: “हम दूकानों लूटने या मोटरें तोड़ने नहीं निकले हैं।” इब्राहिमजी में बड़ी वीरता और साहसिकता है। उनके दिल में बड़ी प्रतीक्षा और प्रत्याशा है । वे कहते हैं: “स्वराज्य सूर्य का उदय होगा”। वे बड़े दृढ़ निश्चयवाले नेता भी हैं । फिर भी, इब्राहिम अली के चरित्र की सबसे बड़ी विशेषता उनका देशप्रेम ही है । भारतमाता के लिए अपनी जान बलिदान करने के लिए वे तैयार हो जाते- हैं। देशप्रेम से वे कभी भी पीछे नहीं होते हैं । उनका देशप्रेम दृढ़ निश्चय से अलंकृत है। इब्राहिमजी कहते है: “रोक लीजिए! मगर आप हमें लौटा नहीं सकते।” इस प्रकार हम देखते हैं कि इब्राहिम अली का चरित्र देशप्रेम, अहिंसावाद, प्रत्याशा, वीरता, आत्मविश्वास, दृढनिश्चय, ईमानदारी आदि से शोभित है ।
प्रश्न 15.
सही मिलान करें ।
यात्रियों को टिकट देना – संभ्रात महीला
सुन्दर लिपि में लिखना – फ्रँकलीन
विद्यार्थी की मदद करना – टिकट बाबू
रेलगाड़ी से बीज फेंकना – बैंक का क्लर्क
उत्तर:
बड़ा भाई – अपाहिज होने पर भी अच्छा तैराक
छोटा भाई – दुबला, पतला, कमजोर, चिड़चिड
पिता – क्रोध में आकर पीटनेवाला
माँ – खून देखकर डरकर रोनेवाली
सूचनाः गद्यांश पढ़ें और प्रश्न 16 और 17 तक के उत्तर लिखें ।
एक बूढ़ा आदमी, जिसके बाल सफेद हो गए थे, ज़मीन खोद रहा था । एक नौजवान ने, वहाँ से गुज़र रहा था, उस बुजुर्ग को परिश्रम करते देख पूछा, “बाबा यह वक्त कर रहे हो?”आम की गुठलियाँ बा रहा हूँ” बूढ़े ने कहा । “इस उम्र में ? इसके फल कब खाओगे, बाबा?” मैं फल नहीं खा सकता तो क्या हुआ बेटा, तुम तो खा सकोगे।”
प्रश्न 16.
कौन ज़मीन खोद रहा था ? उस समय वहाँ से कौन गुज़रा ? (2)
उत्तर:
बैंजमिन फ्रैंकलीन के पास मदद माँगने के लिए एक गरीब बिद्यार्थी आया और उन्होंने उसे 20 डॉलर दिया ।
प्रश्न 17.
खंड का संक्षेपण करें । (6)
उत्तर:
जल अमूल्य, जल जीवन अगरतला गाँव, पुस्तकालय में 10 जून 2023 को जल संरक्षण के महत्व पर एक भाषण हो रहा हैं। प्रमुख व्यक्तियाँ उपस्थित सुबह 10 बजे |
सूचना: 18 से 22 तक के प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखें। (3 × 6 = 18)
प्रश्न 19.
अंग्रेज़ी संवाद का हिन्दी में अनुवाद करें ।
Anil : Hello Ravi, How are you?
Ravi : I am fine. How are you?
Anil : Did you enjoy the cricket match yesterday?
Ravi : Yes, I am very happy that I could watch the match in the stadium.
Anil : Oh! That is nice.
Ravi : Both the teams played very well.
उत्तर:
अनिल : अरे, रवि कैसे हो ?
रवि : मैं ठीक हूँ, तुम कैसे हो ?
अनिल : क्या तुम कल के क्रिकट मेच का मजा लिया ।
रवि : हाँ, मैं मेच स्टेडियम में ही देखने पर बहुत खुश हूँ ।
उपनील : बहुत अच्चा हुआ ।
रवि : दोनों टीमों ने अच्छी तरह खेला ।
प्रश्न 20.
“मैं सबसे छोटा था इसलिए मैं भाई के लिए एक उत्तरदायित्व की तरह था । ” अपराध कहानी का छोटा भाई अपने बड़े भाई के प्यार के बारे में मित्र से बातचीत करता है । वह बातचीत लिखें ।
• संरक्षक बन जाना।
• खेल में बड़े भाई की पाली में जोड़ना ।
• छोटे भाई के कारण हारने पर भी कुछ न कहना ।
उत्तर:
राम : बाबु, कैसे हो ?
बाबु : ठीक हूँ, कुछ समय के बाद मिलता हैं, क्या समाचार हैं?
राम : सब ठीक-ठाक चलता है ।
बाबु : लेकिन तुम्हारी चेहरा उदास क्यों हैं ।
राम : क्या बताऊँ बाबु, बात कुछ पुरानी है, तुम मेरे भाई को जानता है न ?
बाबु : हाँ, उसे क्या हुआ ?
राम : उसे कुछ न हुआ, मेरी गलती के कारण उसे एक दिन मार मिला पिताजी से वह मेरा संरक्षक था, फिर भी मैं उनके साथ बेइमानी की ।
बाबु : वह सब छोड़ो राम, इतने समय के बाद, उसी प्रकार के बातों में समय बरवाद मत करना, वह यह सब बातों को भूल चुका होगा ।
राम : लेकिन मुझको उस बात के बारे में सोचकर बहुत दुःख है ।
बाबु : तुम मन में उनसे माँफी माँगो और अपने कामों में व्यस्थ हो जाओ ।
प्रश्न 21.
यात्री का मन संघर्ष से भरा था। यह अपना संघर्ष डायरी में लिखता है । वह डायरी लिखें।
• असलम की मृत्यु की खबर ।
• हमदर्दी का अभाव ।
• पश्चाताप से उत्पन्न अनुताप ।
उत्तर:
2014 मार्च 4, बुधवार
नटराज नगरः
आज मेरे लिए बड़ा मानसिक संघर्ष का दिन है। रिस्शेवाला असलम की मृत्यु की खबर सुनकर मैं व्याकुल हो गया। असलम के प्रति मुझसे हमदर्दी का अभाव हुआ। मेरा दिल पश्चाताप से उत्पन्न अनुताप से भरा है। नटराज टाकीज़ के पास की चढ़ाई पार करते समय मुझे असलम की रिक्शे से उतरना था । मैं नहीं जानता था कि असलम के गुर्दों में खराबी थी। मज़बूत कदकाठी रिक्शेवाले से हमदर्दी से मैंने ज़रूर व्यवहार किया । फिर भी मेरा आत्मसंघर्ष मैं कैसे निकालूँ ?
असलम के प्रति मेरी श्रद्धांजलि…. हे भगवान! मुझे माफी दें….. भगवान मुझे अच्छी नींद दें ।
प्रश्न 22.
‘ज़रा ठहरिए, भाई साहब ! देखिए बेचारा बाबू कितना फँस रहा है। लेखक ने यात्रियों की भीड़ से ऐसा कहा। यह सुनकर टिकट बाबू खुश हुआ। वह अपनी आत्मकथा में इसका उल्लेख करता है । वह आत्मकथांश लिखें।
• टिकट बाबू की परेशानी ।
• यात्रियों का अनसुना करना ।
• लेखक द्वारा यात्रियों को शांत करना ।
उत्तर:
मैं एक साधारण टिकट बाबु हूँ। फिर भी मेरे जीवन में भी एक महत्वपूर्ण घटना हुआ था। युद्ध के समय था, गाडियों की संख्या बहुत कम था, इसलिए बहुत भीड था। मैं टिकट बनाकर थक गया था, जितने भी कोशिश करें भींड को संभालना मुश्किल हो रहा था । लोग मुझे अच्चे-बुरे कहकर तंग कर रहे थे, मुझे अत्यधिक दुःख और गुस्से आने लगा था । उस समय एक सज्जन आकर मेरी तारीफ की कि मैं बहुत कोशिश कर रहा हूँ और मुझे ज़्यादा परेशान मत करो। वह बड़े दिल से मेरे लिए भीड से बात किया । मुझे अत्यधिक तसल्ली मिली। मैं अपने मन को संभालने केलिए कोशिश किया । वह संज्जन की बातों ने मुझे नई ताकत थी । लोग भी शांत होने लगे, मैं बहुत खुश होकर टिकट बनाना शुरु किया। मैंने उनसे वापस आते वक्त भी मिलने को कहा, वह वापस आते वक्त भी मुझसे बातें किया। वह एक अच्चा लेखक है और उनसे बातें करके मेरे दिल को, करार मिली, मैं कभी उस व्यक्ति को नहीं भूलूँगा ।
प्रश्न 23.
सही मिलान करें । (8 × 1 = 8)
Public – कूड़ेदान
Save – संकेत
Trash – प्रारूप
Programme – अंतर्पा
Important – सार्वजनिक
Symbol – महत्त्वपूर्ण
Format – सहेजें
Input – प्रक्रम
उत्तर:
Public – सार्वजनिक
Save – सहेजें
Trash – कूड़ेदान
Programme – पक्रम
Important – महत्वपूर्ण
Symbol – संकेत
Format – प्रारूप
Input – अंतपार्त
सूचना: 24 से 26 तक के प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लिखें। (2 × 8 = 16)
प्रश्न 24.
किसी एक मनपसंद फिल्म की समीक्षा करें।
• फिल्म का सार
• पटकथा, संवाद छायांकन
• पात्रों का अभिनय
• निर्देशक की भूमिका
उत्तर:
तारे ज़मीं पर – फिल्मी समीक्षा
बच्चे ओस की बूँदों की तरह एकदम शुद्ध और पवित्र होते हैं। वे कल के नागरिक हैं, लेकिन दुःख की बात है कि बच्चों को अनुशासन के नाम पर तमाम बंदिशों में रहना पड़ता है । आठ वर्षीय ईशान अवस्थी ( दर्शील सफ़ारी) का मन पढ़ाई के बजाय कुत्तों, मछलियों और पेटिंग में लगता है। उसके माता-पिता चाहते हैं कि वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलता । ईशान घर पर माता- पिता की डाँट खाता है और स्कूल में शिक्षकों की । कोई भी यह जानने की कोशिश नहीं करता कि ईशान पढ़ाई पर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है। इसके बजाय वे ईशान को बोर्डिग स्कूल भेज देते हैं ।
खिलखिलाता ईशान वहाँ जाकर मुरझा जाता है । वह हमेशा सहमा और उदास रहने लगता है । उस पर निगाह जाती है आर्ट टीचर रामशंकर निकुंभ ( आमिर खान) की । निकुंभ उसकी उदासी का पता लगाते हैं और उन्हें पता चलता है कि ईशान बहुत प्रतिभाशाली, लेकिन डिसलेक्सिया की बीमारी से पीड़ित है। उसे अक्षरों को पढ़ने में तकलीफ़ होती है। अपने प्यार और दुलार से निकुंभ ईशान के अंदर छिपी प्रतिभा को सबके सामने लाते हैं ।
कहानी सरल है, जिसे आमिर ख़ान ने बेहद प्रतिभाशाली तरीके से परदे पर उतारा है। पटकथा की बुनावट एकदम चुस्त है। छोटे-छोटे भावनात्मक दृश्य रखे गए हैं, जो सीधे दिल को छू जाते हैं । ईशान का स्कूल से भागकर सड़कों पर घूमना, ताज़ा हवा में साँस लेना, बिल्डिंग के कलर होते देखना, फ़ुटपाथ पर रहनेवाले बच्चों को आज़ादी से खेलते देखकर उदास होना, बरफ़ का लड्डू खाना जैसे दृश्यों को देख कई लोगों को बचपन की याद ताज़ा हो जाएगी। सभी बच्चों का दिमाग और सीखने की क्षमता एक-सी-नहीं होती । फ़िल्म देखते समय हर दर्शक इस बात को महसूस करता है ।
ईशान की भूमिका में दर्शील सफ़ारी इस फ़िल्प की जान है। अमीर ख़ान मध्यांतर में आते हैं और छा जाते हैं। टिस्का चोपड़ा (ईशान की मम्मी) ने एक में की बेचैनी को उम्दा तरीके से पेश किया है। विपिन शर्मा (ईशान के पापा), सचेत इंजीनियर और सारे अध्यापकों का अभिमय भी अच्छा है। प्रसून जोशी द्वारा लिखे गीत बहुत कुछ कहते हैं और परदे पर उनको देखते समय उनका प्रभाव और बढ़ जाता है। शंकर – अहसान-लॉय का संगीत भी अच्छा है। फ़िलम की फोटोग्राफी बहुत ही प्रभावशाली हैं ।
प्रश्न 25.
नशीले पदार्थों की बिक्री पर कानूनी रोकधाम है। फिर भी स्कूल के पास उसकी बिक्री बढ़ रही है। बार-बार शिकायत करने पर भी कोई फायदा नहीं हुआ । इस ‘ विषय पर की गयी कर्रवाइयों की सूचना पाने के लिए सोमसुन्दरम, अध्यापक अभिभावक कंघ, सरकारी उच्च माध्यमिक स्कूल, कण्णूर की ओर से सार्वजनिक सूचना अधिकारी, नारकोटिक विभाग, केरल सरकार के नाम पर एक सूचना अधिकार पत्र तैयार करें।
उत्तर:
सेवा में
सार्वजनिक सूचना अधिकारी
नारकोटिक विभाग
केरल सरकार
तिरुवनन्तपुरम
आवेदक
(हस्ताक्षर )
सोमसुन्दरम
15 – 03 – 2003
कण्णूर
प्रश्न 26.
बाज़ार में एक नया मुखलेप ‘रोशिनी क्रीम’ आया है। इसकी बिक्री बढ़ाने के लिए एक आकर्षक विज्ञापन तैयार करें।
• त्वचा को मुलायम बनाने वाला ।
• दिन भर जोशा पैदा करने वाला ।
• फिल्मी सितारों का प्यारा ।
उत्तर: