You can Download मेरी ममतामई माँ Questions and Answers, Summary, Activity, Notes, Kerala Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 5 Chapter 1 help you to revise complete Syllabus and score more marks in your examinations.
Kerala State Syllabus 9th Standard Hindi Solutions Unit 5 Chapter 1 मेरी ममतामई माँ (संस्मरण)
मेरी ममतामई माँ Textual Questions and Answers
मेरी ममतामई माँ विश्लेषणात्मक प्रश्न
प्रश्ना 1.
एकल परिवार और संयुक्त परिवार की अपनी – अपनी विशेषताएँ हैं। चर्च करें।
उत्तर:
कल परिवार का अर्थ है कि एक ऐसा परिवार जिसमें पति, पत्नी और उनके बच्चे ही रहते हैं। एक ऐसा परिवार जहाँ माता – पिता, बेटे – बहू, पोते – पोती, चाचा-चाची और ताऊ- ताई आदि एकसाथ रहते हैं उसे हम संयुक्त परिवार कहते हैं।
विशेषताएँ:
1. एकल परिवार छोटे होते हैं जबकि संयुक्त परिवार बड़े होते हैं।
2. एकल परिवार में खर्च कम होते हैं जबकि संयुक्त में अधिक खर्चे होते हैं।
3. एकल परिवार में लोगों को एकांत अधिक मिल पाता है जबकि संयुक्त परिवार में इस चीज़ की कमी होती है।
4. एकल परिवार में बच्चे अपने दादा-दादी, नाना-नानी के प्यार से वंचित रह जाते हैं जबकि संयुक्त परिवार में उन्हें अपने दादा – दादी, नाना – नानी आदि का भरपूर प्यार और संस्कार मिल पाते हैं ।
5. एकल परिवार में अच्छा-बुरा सलाह के लिए किसी बड़े अनुभवी का साथ नहीं मिल पाता जबकि संयुक्त में अनुभवी व्यक्ति की सलाह से कई समस्याएँ चुटकियो में सुलझ जाती है।
6. एकल परिवार में बच्चे संस्कृति और संस्कारो में पीछे रह जाते हैं जबकि संयुक्त परिवार में बच्चों को अच्छे संस्कार और संस्कृति को जानने का मौका मिल पाता है।
7. एकल परिवार में यदि कोई एक व्यक्ति बीमार हो जाता है तो देखभाल के लिए कोई भी नहीं होता है जबकि संयुक्त परिवार में यदि कोई बीमार हो जाता है तो सहायता और देखभाल के लिए कई लोग मिल जाते हैं और बड़ों का अनुभव भी मिलता है।
प्रश्ना 2.
‘शहर में सबसे पहले मैं ही लोगों तक समाचार-पत्र पहूँचाता था।’- इस प्रस्ताव से बालक कलाम का कौन-सा मनोभाव प्रकट होता है?
उत्तर:
कलाम एक ईमानदार बालक है। वह अपना दायित्व ठीक तरह से निभानेवाला है। समय की पाबंदी लगाने में वह सफल रहा। वह हमेशा मेहनती नज़र आता है।
प्रश्ना 3.
“उन्होंने अपने हिस्से की भी सारी रोटियाँ तुम्हें दे दी”-भाई की इस बात पर बालक कलाम की प्रतिक्रिया क्या होगी?
उत्तर:
बालक कलाम को अपनी माँ के प्रति ममता के मारे सिहरन आ गई। वह अपने आपको रोक नहीं पाया। दौड़कर माँ के पास गया और भावावेश में उनसे लिपट गया।
प्रश्ना 4.
‘नारी ईश्वर की सुंदर रचना है।’ कलाम को ऐसा क्यों लगा?
उत्तर:
कलाम नारी को आदर करनेवाले है। कलाम अपनी माँ को ईश्वर समान मानते हैं। माँ ही उनके लिए सबकुछ है। माँ की ममता कलाम को सदा लिपटती थी। उनकी हर उन्नति पर माँ का हाथ रहा था। वे अपनी माँ के नाश्ते के बारे में अग्नि की उडान’ पर याद करते हैं। शायद इसीलिए उन्हें ऐसा लगा होगा।
मेरी ममतामई माँ Text Book Activities
प्रश्ना 1.
मिलान करें:
महायुद्ध का प्रभाव रामेश्वरम में भी हुआ। | इसलिए भाई-बहनों की तुलना में विरोष भोजन मिलता था। |
बालक कलाम पढ़ाई और कमाई एक साथ करता था। | वह भावावेश में उनसे लिपट गया। |
बालक कलाम संयुक्त परिवार में रहता था। | सभी वस्तुओं की किल्लत हुई। |
माँ का प्यार समझकर बालक कलाम को सिहरन की अनुभूति हुई। | वहाँ खुशी और ग़म का अनुभव होता था। |
उत्तर:
महायुद्ध का प्रभाव रामेश्वरम में भी हुआ। | सभी वस्तुओं की किल्लत हुई। |
बालक कलाम पढ़ाई और कमाई एक साथ करता था। | इसलिए भाई-बहनों की तुलना में करता था। विरोष भोजन मिलता था। |
बालक कलाम संयुक्त परिवार में रहता था। | वहाँ खुशी और ग़म का अनुभव होता था। |
माँ का प्यार समझकर बालक कलाम को सिहरन की अनुभूति हुई। | वह भावावेश में उनसे लिपट गया। |
प्रश्ना 2.
बातचीत लिखें।
‘उस दिन पहली बार मुझे सिहरन की अनुभूति हुई। मैं अपने आपको रोक नहीं सका। दौड़कर अपनी माँ के पास गया और भावावेश में उनले लिपट गया।’ इस प्रसंग पर बालक कलाम और माँ के बीच क्या-क्या बातें हुई होंगी?
उत्तर:
कलाम : (दौडकर आता हुआ) माँ ………… ओ माँ ……..
माँ . : (लिपटती हुई) क्या हुआ बेटा?
कलाम : यह आपने क्या कर दिया? मुझे सिहरन हुई।
माँ : क्या बात है?
कलाम : आज आपने अपने हिस्से की रोटियाँ भी मुझे दे दी!
माँ : हाँ, तुम तो भूखा था न, इसलिए।
कलाम : तो आप स्वयं भूखी रहकर मुझे दे दिया?
माँ : तुम तो पढ़ाई और कमाई एकसाथ करते है न।
कलाम : इतनी कुरबानी मेरे लिए क्यों माँ?
माँ : क्योंकि मैं तेरी माँ हूँ और तुम मेरे लाडले हो।
कलाम : हमारे घर की हालत उतनी अच्छी नहीं है माँ।
माँ : मैं संभालूँगी बेटा। तुम फिकर मत कर।
कलाम : आप भूखों मत मरेगी। यह मेरी वादा है।
माँ : (प्यार से सहलाती हुई) जा जाकर कुछ पढ़ाई कर।
प्रश्ना 3.
नमूने के अनुसार बदलकर लिखें।
बालक कलाम पढ़ाई के साथ कमाई भी करता था। | बालक कलाम पढ़ाई के साथ कमाई भी करता है। |
गणित-शिक्षक पाँच छात्रों को पढ़ाते थे। |
उत्तर:
बालक कलाम पढ़ाई के साथ कमाई भी करता था। | बालक कलाम पढ़ाई के साथ कमाई भी करता है। |
गणित-शिक्षक पाँच छात्रों को पढ़ाते थे। | गणित-शिक्षक पाँच छात्रों को पढ़ाते है। |
मेरी ममतामई माँ विधात्मक प्रश्न
प्रश्ना 1.
“उन्होंने अपने हिस्से की भी सारी रोटियाँ तुम्हें दे दी। एक ज़िम्मेदार बेटा बनो और अपनी माँ को भूखों मत मारों।” बड़े भाई ने कलाम को डाँटा तो उसे क्या लगा होगा? उसकी डायरी कल्पना करके लिखें।
उत्तर:
25 जून 2019
बडे भाई का डाँट सुनकर आज पहली बार मुझे सिहरन की अनुभूति हुई। मैं अपने आपको रोक नहीं सका। मैं दोडकर अपनी माँ के पास गया। फिर भावावेश में उनसे लिपट गया। माँ की कुरबानी इतनी क्यों? घर की हालत उतनी अच्छी नहीं थी। युद्ध : के कारण सभी वस्तुओं की किल्लत हो गई थी। विशाल संयुक्त परिवार में रोटियों की भी कमी महसूस हुई थी। फिर भी माँ स्वयं भूखी रहकर उनकी सारी रोटियाँ मुझे दे दी। सिर्फ माँ ऐसा कर सकती है। वे कितने दयालू, स्नेहशील और धार्मिक प्रवृत्ति की महिला थीं। सदा मैं उनसे प्रेरित थी। मेरी माँ ही सबकुछ है। आगे मेरी दृष्टि उनके स्वास्थ्य पर भी होगा। अगले दिन की प्रतीक्षा में….
मेरी ममतामई माँ Additional Questions and Answers
प्रश्ना 1.
‘कलाम के घर में खुशी और गम का आना जाना लगा रहता था’- इसका कारण क्या होगा?
उत्तर:
कलाम का परिवार संयुक्त परिवार है। संयुक्त परिवार में सदस्यों की संख्य ज़्यादा है। तो हमेशा कुछ खुशी या कुछ गम आते जाते रहेंगे।
प्रश्ना 2.
कलाम के गणित के शिक्षक की शिक्षण रीति कैसी थी?
उत्तर:
गणित के शिक्षक श्री स्वामियार निःशुल्क ट्यूशन पढ़ाते थे। वे एक साल में पाँच ही छात्रों को पढ़ाते थे। उनका एक ही शर्त था कि बच्चे स्नान करके पाँच बजे कक्षा में उपस्थित हो जाएँ।
प्रश्ना 3.
कलाम की चरित्रगत विशेषताओं पर टिप्पणी तैयार करें।
उत्तर:
सुबह पाँच बजे उठकर श्री स्वामियार के पास गणित पढ़ने जाते थे। साढ़े पाँच बजे घर वापस लौटता। बाद में नमाज़ उदा करने को और कुरान शरीफ़ सीखने के लिए पिता के साथ जाता। उसके बाद तीन किलोमीटर दूरी पर रामेश्वरम रोड़ रेलवेस्टेशन पैदल जाता था। प्रस्तुत पंक्तियों से बालक कलाम बहुत ही परिश्रमी जान पडता है और ईमानदार भी धनुष्कोडी मेल से समाचार पत्रों का बंडल लेता और तेज़ी से शहर के लोगों तक पहुँचाता था। कलाम की समय पर पाबंदी यहाँ बहुत ही स्पष्ट है। वह अपनी ज़िम्मेदारी ठीक तरह से निमाने वाला भी है। वह अपनी माँ को बहुत प्यार करता है। जब उसका भाई उसे डाँटा तो तुरंत ही दौडकर जाते हुए माँ को लिपट लेता है। वह नारी को ईश्वर की सुंदर रचना मानता है। स्त्रियों को आदर करने में वह सदा आगे है। इसप्रकार स्वाभिमानी, परिश्रमी, सेवाव्रती, ज़िम्मेदार एवं मानवता के व्यक्तित्व है बालक कलाम।
मेरी ममतामई माँ Summary in Malayalam and Translation
मेरी ममतामई माँ शब्दार्थ