Practicing with SCERT Kerala Syllabus 10th Standard Hindi Notes Pdf Download Unit 3 Chapter 1 दिल्ली में उनींदे Dilli Mein Uninde Questions and Answers Notes improves language skills.
Class 10 Hindi Dilli Mein Uninde Question Answer Notes
दिल्ली में उनींदे Question Answer Notes
SCERT Class 10 Hindi Unit 3 Chapter 1 दिल्ली में उनींदे Notes Question Answer
प्रश्न 1.
” रुपए का सिक्का सबको दौड़ा रहा है, किसी के हिस्से में कम, किसी के हिस्से में ज़्यादा ” – इससे आपने क्या समझा ?
उत्तर :
आधुनिक समाज में सब व्यस्थ हैं। प्रत्येक व्यक्ति धन कमाने की दौड़ – धूप में है । इस प्रयास में कुछ लोग ज़्यादा कमा सकते हैं और कुछ लोग कम दौड़-धूप – effort
प्रश्न 2.
क्या उसके बाद सरकार मेरे लिए कुछ करेगी ? जनता सरकार से क्या क्या उम्मीदें रखती हैं ?
उत्तर :
प्रत्येक व्यक्ति सरकार से अपने जीवन और संपत्ति की सुरक्षा की उम्मीद रखता है । असहाय स्थिति में मदद पाने की भी आशा रखता है।
प्रश्न 3.
अगर मेरी कहानी सुनने से आपका काम होता है तो मैं आ जाऊँगा । – यहाँ रिक्षा चालक का कौन- सा मनोभाव प्रकट होता है ?
उत्तर :
रिक्षा चालक को मालूम होता है कि लेखिका को अपनी कहानी सुनाने से स्वयं कोई फायदा नहीं होता । पर लेखिका को उससे फायदा ज़रूर है। यहाँ रिक्षा चालक का सहयोगात्मक मनोभाव प्रकट होता है।
प्रश्न 4.
नींद को यहाँ असंभव क्यों बताया गया होगा ?
उत्तर :
सोने के लिए शांत वातावरण की ज़रूरत है। यह रिक्शेवाला सड़क पर अपने ऑटो रिक्शा में सोता है। उसे अच्छी नींद पाना असंभव ही है। इसलिए ऐसा बताया गया होगा ।
प्रश्न 5.
तब क्या उसकी थकान के सब साल उसमें जुड़ गए हैं? – लेखिका ने ऐसा क्यों सोचा होगा ?
उत्तर :
राजा राम को अपनी उम्र ठीक से याद नहीं। फिर भी उसके विचार में शायद पचास साल होगा। लेकिन लेखिका के हिसाब में उसे चालीस के ऊपर नहीं होना चाहिए। उस दृष्टिकोण में लेखिका ने ऐसा सोचा होगा।
प्रश्न 6.
दो वक्त की रोटी मिल जाए गनीमत है। इस कथन पर आपका विचार क्या है ?
उत्तर :
राजा राम पैसे का लालची नहीं । वह सरल जीवन बितानेवाला आदमी है । हर दिन दो वक्त की रोटी के लिए कुछ कमाना । उसके लिए वही सब कुछ है।
प्रश्न 7.
हम एक ही शहर में रहते हुए दो अलग मौसमों में रहते हैं । अन्न और भूख के मौसम में । घर और बेघरी के मौसम में । विचार क्या है ? – इस कथन पर आपका
उत्तर :
लेखिका और राजा राम एक ही शहर में रहते हैं । पर दोनों की जीवन – परिस्थितियाँ अलग हैं। एक तो भर पेट खाकर अच्छे घर में सोती है । और दूसरा भूखा रहकर सडक पर सोता है।
गतिविधियाँ
प्रश्न 1.
किसने किससे कहा ?
- आपका मतलब आप तब से सड़क पर ही हैं।
- मैं आपका सोफ़ा गंदा नहीं करना चाहता हूँ ।
- आम लोगों को आपके जीवन के बारे में पता चलेगा।
- आप के लिए एक अच्छा दिन क्या होता है ?
- दो वक्त की रोटी मिल जाए गनीमत है ।
- आप के पास भी कोई ताकत नहीं है, आप भी मेरे जैसी हैं।
उत्तर :
- आपका मतलब आप तब से सड़क पर ही हैं। – लेखिका ने राजा राम से
- मैं आपका सोफ़ा गंदा नहीं करना चाहता हूँ । – राजाराम ने लेखिका से
- आम लोगों को आपके जीवन के बारे में पता चलेगा। – लेखिका ने राजा राम से ….. ।
- आप के लिए एक अच्छा दिन क्या होता है ? – लेखिका ने राजा राम से…. ।
- दो वक्त की रोटी मिल जाए गनीमत है । – राजा राम ने लेखिका से
- आप के पास भी कोई ताकत नहीं है, आप भी मेरे जैसी हैं। – राजा राम ने लेखिका से।
प्रश्न 2.
हर वाक्य किससे संबंधित है ?
उत्तर :
वाक्य | व्यक्ति |
राजा राम को पुराना ऑटो ले दिया | दयालु, अमीर आदमी |
रेडियो के लिए प्रोग्राम बना रही है। | लेखिका |
पहले गाँव के खेतों में मज़दूरी करता था । | राजा राम |
हावर्ड के दिनों में लेखिका का साथी रहा | सैंडी |
बचपन से ही बाप अंधा हो गया | राजा राम |
साक्षात्कार की रिकॉर्डिंग कर रहा है | सैंडी |
चांदनी चौक में रिक्शा चलाता है | राजा राम |
प्रश्न 3.
वाक्यों को सही क्रम से लिखें ।
- गाँव में सिर पर बोझा ढोता रहा ।
- बारिश में उसका घर ढह गया ।
- आठ साल तक साइकिल रिक्शा चलाता रहा ।
- दिल्ली जाने का निश्चय किया ।
- अपने गाँव से कानपुर गया ।
- ऑटो को ही अपना घर बनाया
- डेढ साल तक मुफ़्त में सेवा करता रहा ।
उत्तर :
- बारिश में उसका घर ढह गया ।
- गाँव में सिर पर बोझा ढोता रहा
- दिल्ली जाने का निश्चय किया ।
- अपने गाँव से कानपुर गया ।
- आठ साल तक साइकिल रिक्शा चलाता रहा ।
- डेढ साल तक मुफ़्त में सेवा करता रहा ।
- ऑटो को ही अपना घर बनाया ।
पढें पहचानें:
मैंने इससे पहले किसी बेघर के बारे में नहीं सोचा था ।
एक बेफ्रिक नींद का न मिलना किसी की आत्मा में कहाँ सुराख कर सकता है।
“उपसर्ग” एक शब्दांश है जो किसी शब्द के पहले जुडकर उसके अर्थ को बदलता है।
रेखांकित शब्दों की विशेषताओं पर चर्च करें, नीचे की तालिका भरें ।
उत्तर :
वे उपसर्ग वाले
संज्ञा | शब्द | अर्थ |
घर | बेघर | जिसका कोई घर न हो। |
फ़िक्र | बेफ्रिक | जिसकी कोई फ़िक्र न हो । |
काम | बेकाम | जिसका कोई काम न हो । |
नाम | बेनाम | जिसका कोई नाम न हो । |
होश | बेहोश | जिसका कोई होश न हो । |
शर्म | बेशर्म | जिसकी कोई शर्म न हो । |
हिसाब | बेहिसाब | जिसका कोई हिसाब न हो । |
पहचानें, लिखें:
सरकार मेरे लिए कुछ करेगी ।
मैं आ जाऊँगा।
रेखांकित शब्दों के प्रयोग की विशेषताओं पर चर्चा करें। ऐसे वाक्य पाठ से छाँटकर लिखें।
उत्तर :
സാമാന്യ ഭാവികാല ക്രിയാ രൂപങ്ങൾ കൂടുതൽ പരിചയപ്പെടുന്നതിനാണ് ഈ പ്രവർത്തനം. പാഠഭാഗത്തു നിന്ന് വാക്യങ്ങൾ തെരഞ്ഞെടു ക്കാം.
उसे मैं बाद में देखूँगी।
भूख और बीमारी के अलावा एक और चीज़ भी दिखेगी।
मैं उसके लिए बिलकुल सटीक शब्द ढूँढ़ पाऊँगी। आम लोगों को आपके जीवन के बारे में पता चलेगा।
आपको क्या मिलेगा ?
കൂടുതൽ വാക്യങ്ങൾ പാഠഭാഗത്തുനിന്ന് തെര ഞ്ഞെടുത്തെഴുതുമല്ലോ…..!
ज़रा ध्यान दें:
उसकी खाँसी नहीं रुकती है।
उसका ऑटो नहीं रुकता है ।
न उसकी खाँसी रुकती है न उसका ऑटो
नीचे दिए गए सरल वाक्यों को नमूने के अनुसार बदलकर लिखें।
अमन को तमिल नहीं आती है।
अमन को तेलुगु नहीं आती है।
उत्तर :
अमन को न तमिल आती है न तेलुगु ।
दीदी चाय नहीं पीती है। दीदी शर्बत नहीं पीती है।
उत्तर :
दीदी न चाय पीती है न शर्बत ।
नानी को सिनेमा पसंद नहीं । नानी को नाटक पसंद नहीं ।
उत्तर :
नानी को न सिनेमा पसंद है न नाटक ।
क्रियापदों की विशेषता समझें:
मैंने तय किया कि दिल्ली चलें ।
लोगों को आपके जीवन के बारे में पता चलेगा।
ഇത് “സംയുക്ത ക്രിയ’ പരിചയപ്പെടുത്തുന്നതി നുള്ള പ്രവർത്തനമാണ്.
रेखांकित प्रयोगों पर ध्यान दें। ऐसे कुछ विशेष प्रयोग पाठ से चुन लें और अपने वाक्य में प्रयोग करें ।
उत्तर :
ढूँढ़ पानाः – मैं अपने लिए एक अच्छी नौकरी ढूँढ़ पाऊँगा ।
टूट जाना: मेरी घड़ी नीचे गिर गई और उसकी शीशी टूट गई।
मिल सकना : किसी भी समय आप मुझसे मिल सकते हैं।
करना चाहना : मैं आपके साथ काम करना चाहता हूँ।
निकल सकना – कल हम कितने बजे निकल सकेंगे ?
ഇതുപോലുള്ള കൂടുതൽ ക്രിയാരൂപങ്ങൾ തെര ഞ്ഞെടുത്ത് വാക്യരചന നടത്താവുന്നതാണ്.
रोल प्ले चलाएँ:
पठित संस्मरण की किसी घटना के आधार पर रोल – प्ले चलाएँ ।
പരിചയമുള്ള ഏതെങ്കിലും ഒരു സന്ദർഭവുമായി ബന്ധപ്പെട്ട് സംസാരിക്കുകയും അഭിനയിച്ച് പ്രക Role Play. ഇതിനായി സ്ക്രിപ്റ്റ് തയ്യാറാക്കി വയ്ക്കണമെ ന്നില്ല. മനസ്സിലെ ചിന്തകളും, ആശയങ്ങളും, അഭി പ്രായങ്ങളും പ്രകടിപ്പിക്കുവാനുള്ള ഒരു നല്ല അവ സരമാണ് ഈ പ്രവർത്തനത്തിലൂടെ കൈവരുന്നത്.
‘दिल्ली में उनींदे’ എന്ന പാംദാഗത്തിൽ ഇതിനു തകുന്ന ധാരാളം സന്ദർഭങ്ങളുണ്ട്.
जैसे – ബിർലാ മന്ദിറിനടുത്ത് റിക്ഷാക്കാരനെ കാണുന്ന ലേഖിക.
റിക്ഷയിൽ നിന്നിറങ്ങിയ ലേഖികയും റിക്ഷാക്കാരനും.
ലേഖികയുടെ വീട്ടിലെത്തുന്ന റിക്ഷാക്കാ ഒരു മാതൃക പരിശോധിക്കാം.
കുറച്ചു പുസ്തകങ്ങളും, മാസികകളും താങ്ങി പിടിച്ചുകൊണ്ട് റോഡുവക്കത്തുകൂടി നടന്നുവ രുന്ന ലേഖിക. കുറച്ചകലെയായി നിൽക്കുന്ന ഒരു ഓട്ടോറിക്ഷയുടെ അടുത്തെത്തുന്നു. ഡവർ ഓട്ടോയുടെ അടുത്തു നിൽക്കുന്നു.
लेखिका : चलना है? . . .
ड्राइवर : बैठिए।
ലേഖിക പുസ്തകങ്ങൾ ഓട്ടോയുടെ സീറ്റിലേക്ക് വച്ചിട്ട് കയറിയിരിക്കുന്നു. ഡ്രൈവർ തന്റെ സീറ്റി നടിയിൽ നിന്ന് ഒരു പഴകിയ സ്വറ്റർ എടുത്ത് ധരിക്കുന്നു.
ഓട്ടോറിക്ഷ പുറപ്പെടുന്നു. (ഓട്ടോറിക്ഷ ഓടു ന്നതായി തോന്നുംവിധം അഭിനയിക്കണം)
ഡ്രൈവർ ഇടയ്ക്കിടെ ചുമയ്ക്കുന്നു.
लेखिका : यह खाँसी कब से है ?
ड्राइवर् : होगी कोई दस बारह साल से ।
ड्राइवर : पैसा भी तो चाहिए उसके लिए …. ।
(അയാൾ പുറത്തേക്ക് നോക്കുന്നു)
ट्राफिक ब्लोक है मेम, थोडी देर रुकना पडेगा ।
लेखिका : कोई बात नहीं ।
(സാഹചര്യം ഉണ്ടാക്കിയാൽ കൂടുതൽ കുട്ടികളെ
ഈ പ്രവർത്തനത്തിൽ പങ്കെടുപ്പിക്കുവാൻ സാധിക്കും)
दोस्तों से चर्चा करें:
राजा राम जैसे लोगों की समस्याओं के क्या-क्या कारण होंगे ?
उत्तर :
ഹിന്ദിയിൽ അത്യാവശ്യം സംസാരിക്കുവാനുള്ള ക്ഷമത വർദ്ധിപ്പിക്കുന്നതിന് വേണ്ടിയുള്ള ഒരു പ്രവർത്തനമാണിത്. വിഷയവുമായി ബന്ധപ്പെട്ട ചില സൂചനകളുടെ അടിസ്ഥാനത്തിൽ ചർച്ചയി ലേർപ്പെടുന്നത് നന്നായിരിക്കും.
രാജാറാമിനെപ്പോലുള്ള ആളുകളുടെ ഇത്തരം പ്രശ്നങ്ങൾക്ക് എന്തൊക്കെയാകാം കാരണ
ങ്ങൾ എന്നാണ് ചോദ്യം.
ചില സൂചനകൾ ഇവിടെ നൽകാം-
शिक्षा की कमी – सरकारी सेवाओं के बारे में जानकारी का आभाव पारिवारिक सहयोग का अभाव आदि
राजा राम जैसे लोगों की सामाजिक प्रगति के लिए हम क्या – क्या कर सकते हैं?
രാജാറാമിനെപ്പോലുള്ള ആളുകളുടെ സാമൂ ഹിക ഉന്നതിക്ക് വേണ്ടി നമുക്ക് എന്തൊക്കെ ചെയ്യുവാൻ സാധിക്കും?
उत्तर :
ചില സൂചനകളുടെ അടിസ്ഥാനത്തിൽ ചർച്ചയി ലേർപ്പെടാം.
सरकार की ओर से ऐसे लोगों को ढूँढ़ निकालें और आवश्यक मदद करें
इन मुद्दों को ध्यान में रखकर उनकी प्रगति का प्रयास करें।
- बुनियादी शिक्षा प्रदान करने का प्रबंध।
- अपनी धरती और अपना घर का प्रबंध ।
प्रत्येक व्यक्ति को किसी न किसी कार्य में समर्थ बना देना।
शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना। – आदि
‘बेघरों की समस्या’ विषय पर लघु लेख लिखें।
उत्तर :
हमारे देश में कई लोग बेघर हैं । बेघरों की समस्या वास्तव में सरकार की समस्या है। जिनके पास अपना घर है, वे बेघर लोगों की दुर्दशा को नहीं समझते। घर मनुष्य की बुनियादी ज़रूरतों में एक है। यह कहना समाज के लिए अपमान है कि हमारे कुछ भाइयों को सड़क के किनारे सोना पड़ रहा है। इन लोगों को अपने जीवन में कोई गोपनीयता नहीं होगी। वे अपने जीवन में समय की पाबंदी नहीं रख पाते । उनका जीवन अव्यवस्थित हो जाता है। किसी न किसी तरह इस समस्या का समाधान शीघ्र ही करना चाहीए। हमारी सरकार तथा हर नागरिक को इस दिशा में प्रयत्न करना होगा ।
अनुबद्ध कार्य
संस्मरण का ऑडियो बुक तैयार करें
അധ്യാപികയുടെ നിർദ്ദേശമനുസരിച്ച് ആഡിയോ ബുക്ക് തയ്യാറാക്കുന്ന തു മായി ബന്ധപ്പെട്ട പ്രവർത്തിലേർപ്പെടുമല്ലോ.
मान लें, आप राजा राम का साक्षात्कार लेने जा रहे हैं, तो उससे पूछने के लिए प्रश्नावली तैयार करें ।
उत्तर :
राजा राम जी मैंने श्रीमती गगन गिल का संस्मरण “दिल्ली में उनींदे” पढ़ा। आपके बारे में बहुत कुछ पता चला। लेकिन मैं और भी कुछ बातें जानना चाहता हूँ।
आपके कोई भाई – बहन नहीं हैं ?
आपने कहाँ तक शिक्षा पाई ?
क्या, आपने शादी की है ?
आपने कहा था कि आपका घर बारिशों में ढह गया था । फिर सरकार से कोई सहायता नहीं मिली?
आपने माताजी के बारे में नहीं कहा था ।
आजकल आप ऑटो चलाते हैं । प्रति दिन कितने पैसे कमा सकते हैं?
आपका घर उन्नाव जिले में है। 1979 में आप
दिल्ली आए। फिर उन्नाव वापस नहीं गए?
वहाँ कोई संबंधी नहीं ?
हाँ। आपसे मिलकर बडी खुशी हुई।
राजा राम जी एक बात है –
खाँसी के लिए दवा लेनी है। सरकारी अस्पताल से
अच्छी दवा मिलेगी।
धन्यवाद – नमस्ते ।
SCERT Class 10 Hindi Unit 3 दिलों का मिलन
‘दिलों का मिलन’ എന്ന മൂന്നാമത്തെ യൂണിറ്റിൽ ആകെ 3 പാഠങ്ങളാണുള്ളത് ‘दिल्ली में उनींदें’ എന്ന संस्मरण, പ്രാചീന കബീർദാസിൻ്റെയും സുർദാസിൻ്റെയും റഹിമിൻ്റെയും दोहे – “मधुर वचन”, अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ – कील “एक तिनका ” ।
ചിത്രം ഭാഷാ പ്രവർത്തനങ്ങൾക്ക് ഉപയോഗിക്കുമല്ലോ.
हमारा भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आज आप क्या कर रहे हैं। – महात्मा गांधी
നമ്മുടെ ഭാവി, നിങ്ങൾ ഇന്ന് ചെയ്തുകൊണ്ടിരിക്കുന്ന കാര്യങ്ങളെ ആശ്രയിച്ചാണിരിക്കുന്നത്. -മഹാത്മാഗാന്ധി
प्रश्न 1.
पहचानकर लिखें, ये किन – किन के बारे में हैं:
- मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी की स्थापना की, जो दुनिया भर में अंधे, वृद्ध और विकलांग लोगों की सेवा करती है ।
- 1979 में नोबेल शांति पुरस्कार और 1980 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। – मदर टेरेसा
‘नर्मदा बचाओ’ आंदोलन की संस्थापक सदस्य ।
साल 2000 में टाइम पत्रिका ने 20वीं सदी के 100 नामकों में शामिल किया मेधा पाटकर गया। – मेधा पाटकर
- अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर आधारित आज़ादी की लडाई का नेतृत्व किया।
- विदेशी – बहिष्कार और स्वदेशी प्रचार का प्रोत्साहन किया। – महात्मा गांधी
- कुष्ठरोगियों के उपचार, पुनर्वास और सशक्तीकरण के लिए आनंदवन की स्थापना की ।
- पूरे जीवन में कुष्ठरोगियों, आदिवासियों और मज़दूर किसानों के साथ काम करते रहे। – बाबा आमटे
दिल्ली में उनींदे Extra Questions and Answers
1. संस्मरण का निम्नलिखित अंश पढ़ें और प्रश्नों उत्तर लिखें ।
अभी मेरा ध्यान उसके चेहरे की तरफ़ नहीं गया। उसे मैं बाद में देखूँगी। ऑटो के ड्राइविंग आईने में, जिसमें उसकी आँखें और भी धँसी दिखेंगी और चेहरे की हड्डियाँ और भी उभरीं । उसके चेहरे पर भूख और बीमारी के अलावा एक और चीज़ भी दिखेगी। अभी मुझे उसका नाम नहीं मालूम। आने वाले दिनों में मैं उसके लिए बिलकुल सटीक शब्द ढूँढ़ पाऊँगी। लेकिन अभी नहीं । यह बाद में होगा ।
प्रश्न 1.
मुझे में निहित सर्वनाम कौन – सा है ?
उत्तर :
मैं
प्रश्न 2.
अभी मेरा ध्यान उसके चेहरे की तरफ़ नहीं गया । किसके चेहरे की तरफ़ ?
उत्तर :
शिक्षा चालक के चेहरे की तरफ़
प्रश्न 3.
मान लें, प्रस्तुत प्रसंग को लेखिका अपनी डायरी में लिखना चाहती है। उसकी डायरी का अंश कल्पना करके लिखें ।
उत्तर :
तारीख,
दिन
आज बिरला मंदिर के पास से ऑटो रिक्शा से यात्रा की। ड्राइवर अजीब सा लगा। उसके शरीर की हरकत में एक अजीब सी थकान थी । दुबला-पतला आदमी, धँसी आँखें, चेहरे की हड्डियाँ उभरी हुई थीं। वह बहुत गरीब लग रहा था। बातचीत में मालूम हुआ कि उसका कोई घर नहीं है । वह रिक्शा ही उसका घर है। उसके संबंध में अधिक जानना चाहा। उससे इच्छा प्रकट की। वह कल आएगा, और बातें करना है .
2. संस्मरण का निम्नलिखित अंश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखें।
पहले आठ साल तक तो रिक्शा चलाता रहा। चाँदनी चौक में। फिर एक बहुत दयालु, अमीर आदमी से मुलाकात हो गई । डेढ साल मैंने उसकी सेवा की। उसे रोज़ ले जाता था । कभी एक पैसा नहीं लिया । उसने बदले में मुझे यह पुराना ऑटो ले दिया, जिसे अब चलाता हूँ।
प्रश्न 1.
राजा राम की मुलाकात किससे हुई ?
उत्तर :
दयालु और अमीर आदमी से ।
प्रश्न 2.
राजा राम आठ साल तक कहाँ रिक्शा चलाता रहा ?
उत्तर :
चाँदनी चौक में।
प्रश्न 3.
वाक्य पिरमिड की पूर्ती करें।
उत्तर :
प्रश्न 4.
मान लें, राजा राम के बारे में बताते हुए लेखिका अपनी सहेली के नाम पत्र लिखती है । – वह पत्र कल्पना करके लिखें ।
उत्तर :
स्थान
तारीख
प्रिय मित्र…..
सप्रेम नमस्कार ।
खुश है न? एक नए मित्र के बारे में बताने के लिए मैं यह पत्र लिख रही हूँ। दो दिन पहले एक रिक्शा चालक से मेरा परिचय हुआ । बिरला मंदिर के पास से घर तक मैंने उसके ऑटो में यात्रा की। एक गरीब आदमी। यू.पी का उन्नाव वाला है। सालों पहले इधर आया। पहले रिक्शा चलाता था। दिल्ली में एक दयालु आदमी ने एक पुराना ऑटो ले दिया । कल मेरे घर आया था। नाम राजा राम है। गाँव में घर था, पर बारिशों में ढह गया ।
अब बह बेघर हे। आश्चर्य की बात है कि वह सालों से ऑटो रिक्शा के अंदर सोता है । पैसे के लिए उसे कोई लालच नहीं। दो वक्त की रोटी के लिए कुछ कमाना । उसे ही वह अपना सौभाग्य समझता है। हम नहीं जानते, ऐसे कितने ही लोग हमारे समाज में जीते हैं। आश है कि सब सकुशल हैं। सबको मेरा प्रणाम।
तुम्हारी सहेली
गगन गिल