Reading SCERT Class 10 Hindi Solutions and ज़िंदगी का सफ़र Zindagi Ka Safar Summary in Hindi Malayalam before the exam can save a lot of preparation time.
Zindagi Ka Safar Summary in Malayalam Hindi
ज़िंदगी का सफ़र Summary in Hindi & Malayalam
Zindagi Ka Safar Summary in Hindi & Malayalam
हाइकु एक जापानी काव्य शैली है। यह तीन पंक्तियों में लिखी जाती है। हिंदी में भी हाइकु कविताएँ हैं पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी में 7 अक्षर, तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर। इस प्रकार कुल 17 अक्षर की कविता है।
“ज़िंदगी का सफर में” तीन हाइकु हैं।
1. सूखा या बाढ़
साहब के आँगन
सदा फुहार
വരൾച്ചയാകട്ടെ അല്ലെങ്കിൽ പ്രളയം യജമാനന്റെ
മുറ്റത്തെന്നും സമൃദ്ധി തന്നെ.
आशयः सूखा हो या बाढ़ दोनों हालतें मानव जीवन को बुरी तरह प्रभावित करती हैं। लेकिन इन दोनों हालतों में मालिक के यहाँ खुशहाली की कोई कमी नहीं । कुछ लोग ऐसे हैं कि विपरीत परिस्थितियों का सामना करके जीवन में आगे बढते हैं।
2. पिता ने ढूँढ़ी
लाठियाँ बुढ़ापे की
दीखती नहीं
വാർദ്ധക്യം ബാധിച്ച പിതാവ് ആശ്രയമാകേണ്ട മക്കളെ അന്വേഷിച്ചു.
എന്നാൽ അവരെ കാണുവാനേ കഴിഞ്ഞില്ല.
आशयः पिता बूढ़े बन गए । उन्हें आश्रय चाहिए । बुढापे में आश्रय पाने के लिए पिता ने अपने बच्चों को ढूँढ़ा। पर कहीं नहीं मिल पाया। वे अब साथ नहीं हैं । कविता का विषय प्रासंगिक है। आज हमारे समाज में बहुत से बुजुर्ग अकेलापन महसूस करते हैं।
3. ढूँढ़ती रही
बर्फीली नगरी में
नेह की आँच
വൈകാരികമായിടത്ത് അവൾ സ്നേഹത്തിന്റെ ചുട് തേടി.
आशयः प्रेम मिलता है भावनात्मक जगह से। वह स्नेह की आँच पाने के लिए बर्फीली नगरी में ढूँढ़ती रही । अर्थात् अपने जीवन में वह प्रेम से वंचित है और वह उसकी तलाश में है ।
खिड़की लेखक परिचय डॉ. सुरंगमा यादव, डॉ. गोपाल बाबू शर्मा, कमला निखुर्पा
डॉ. सुरंगमा यादव का जन्म 19 जून 1970 उत्तर प्रदेश में हुआ। ‘यादों के पंछी’, ‘भाव प्रकोष्ठ’, ‘गाएगी सदी’ आदि उनके प्रसिद्ध हाइकु संग्रह हैं। ‘रामधारी सिंह दिनकर पुरस्कार’ से वे सम्मानित हैं।
डॉ. गोपाल बाबू शर्मा का जन्म 04 दिसंबर 1932 उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ। वे श्री वार्ष्पोय पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, अलीगढ़ के हिंदी विभाग में रीडर थे। ‘सरहदों ने जब पुकारा’, ‘मोती कच्चे धागे में’, ‘काफ़िले रोशनी के’, ‘महके हरसिंगार’ आदि उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं।
कमला निखुर्पा का जन्म 05 दिसंबर 1967 उत्तराखंड में हुआ। विभिन्न साहित्यिक पत्रपत्रिकाओं तथा काव्य संग्रहों में हाइकु, संस्मरण, कविताएँ आदि प्रकाशित हैं। संप्रति केंद्रीय विद्यालय में प्राचार्या हैं।
ज़िंदगी का सफ़र शब्दाथ
- सूखा – വരൾച്ച, drought
- बाढ़ – प्रलय
- फुहार – ജലകണം, drizzle
- ढूँढ़ना – खोजना
- बुढापे की लाठी – बुढ़ापे का आश्रय
- बर्फीली नगरी – बर्फ से भरी नगरी
- नेह – स्नेह
- आँच – गर्मी, ചൂട്